भिवानी, 13 नवंबर (हप्र)
जिले में बुधवार को सीजन का पहला कोहरा दिखाई दिया। सुबह के समय सड़कों पर हल्की फॉग के साथ स्मॉग का भी असर दिखाई दिया। भिवानी में बुधवार को एक्यूआई 344 तक पहुंच गया। न्यूनतम तापमान में गिरावट के साथ ठंड भी बढ़ गई है। बुधवार को न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। हालांकि अधिकतम तापमान 28 डिग्री के पास बना रहा। धुंध के कारण मुख्य मार्गों पर यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। वाहन सड़कों पर रेंगते दिखाई दिए। जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। मौसम विशेषज्ञ के अनुसार अगले दो दिन सुबह और शाम के समय हल्की धुंध बनी रह सकती है। साथ ही 15 नवंबर के बाद बादल छाए रहने के साथ ही बूंदाबांदी की भी संभावना बन रही है। इसके बाद न्यूनतम और अधिकतम तापमान में और गिरावट देखने को मिलेगी।
ठंड का प्रकोप बढ़ने के साथ ही भिवानी में स्कूलों की टाइमिंग भी बदल दी गई है। सर्दियों में सिंगल शिफ्ट में चलने वाले स्कूल अब सुबह साढ़े 9 बजे खुलेंगे। वहीं डबल शिफ्ट में संचालित होने वाले स्कूलों की टाइमिंग भी बदल दी गई है। सरकार की तरफ से यह बदलाव लगातार गिरते तापमान से बढ़ती ठंड को देखते हुए किया गया है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार प्रदेश में 17 नवंबर तक मौसम परिवर्तनशील लेकिन खुश्क रहने की संभावना है। 13 और 14 नवंबर को हल्की उत्तरी और उत्तर- पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना के चलते कुछ जगह स्मॉग की स्थिति में मामूली कमी आने की संभावना है। लेकिन 14 नवंबर की रात एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों की तरफ बढ़ेगा। जिससे 15-16 नवंबर को पूर्वी हवाएं चलने से आंशिक बादल छाने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक डाॅ. देवीलाल ने कहा कि अधिकतम तापमान की गिरावट के साथ गेहूं की बिजाई के लिए सही समय है। ऐसे में वे किसानों से आग्रह करते है कि गेहूं की बिजाई का काम 20-21 नवंबर तक करें। इसके बाद 25 नवंबर के बाद खेती-बुवाई शुरू हो जाएगी। ऐसे में गेहूं की बिजाई का यह बिल्कुल सही समय है।
दादरी में एक्यूआई 322 दर्ज
चरखी दादरी (हप्र) : दादरी में बुधवार को सीजन का पहला घना कोहरा छाने से दृश्यता में कमी आई, जिससे सड़कों पर वाहनों की गति धीमी रही। मौसम में आए बदलाव के साथ ही अधिकतम तापमान में तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। दादरी में सुबह अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, लगातार बढ़ते प्रदूषण स्तर के चलते हवा की गुणवत्ता पर भी नकारात्मक असर हुआ है। दादरी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 322 दर्ज किया गया, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक माना जाता है।