हिसार, 20 नवंबर (निस)
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (हकृवि) व लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय (लुवास) के कर्मचारी संगठनों ने एक होकर हकों की लड़ाई लड़ने का ऐलान कर दिया है, दोनों विश्वविद्यालय के संघों ने संयुक्त बैठक करते हुए इसकी घोषणा की है। इसमें दोनों विश्वविद्यालयों के शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारी संघ शामिल हैं।
हकृवि तथा लुवास के शिक्षक एवं गैर शिक्षक कर्मचारी संघों की बैठक में अपने-अपने विश्वविद्यालयों से संबंधित समस्याओं व मांगों पर चर्चा की गई और समान मांगों के बारे में विस्तार से बातचीत करते हुए दोनों विश्वविद्यालयों में 3 दिन का सप्ताह लागू करने, कैशलेस मेडिकल की सुविधा देने की मांग उठाई गई। हरियाणा के केवल इन दो विश्वविद्यालयों को छोड़कर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों तथा हरियाणा सरकार के सभी विभागों में 5 दिन का सप्ताह लागू है। इसके साथ-साथ पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना तथा पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, लुधियाना में भी 5 दिन का सप्ताह लागू है।
लुवास्टा प्रधान डॉ. अशोक मलिक ने बताया कि उपरोक्त मांगों को लेकर दोनों विश्वविद्यालयों के चारों संघों ने सर्वसम्मति से फैसला लिया है कि 23 नवंबर को सभी संघ एक साथ अपने-अपने विश्वविद्यालयों के प्रशासनिक भवन के सामने 2 घंटे का सांकेतिक धरना देंगे तथा अगर फिर भी प्रशासन इन मांगों को नहीं मानता है तो 29 और 30 नवंबर को भी इसी प्रकार धरना दिया जायेगा। संयुक्त बैठक में लुवास्टा उपप्रधान डॉ राजेश छाबड़ा, महासचिव डॉ. सतबीर शर्मा, लुवासंटिया एवं हरियाणा यूनिवर्सिटी फेडरेशन के चेयरमैन दयानन्द सोनी, रोहताश कुमार, अमित गुर्जर, हौटा प्रधान डॉ. प्रदीप चहल, महासचिव डॉ राकेश सहरावत, होंटिया प्रधान दिनेश कुमार राड़, उपप्रधान राम कीर्तन यादव, महासचिव रामपाल, खजांची रमेश कुमार, सुभाष चंद्र व कुलदीप सिंह सहित चारों संघों के अन्य कर्मचारी व पदाधिकारी उपस्थित थे।