जसमेर मलिक/हप्र
जींद, 21 जुलाई
शहर में गोहाना रोड पर पुराने बस स्टैंड की 100 करोड़ से ज्यादा कीमत की जमीन को लेकर सरकार पिछले लगभग ढाई साल से कोई फैसला नहीं कर पा रही। इससे पुराना बस अड्डा रात के समय नशेड़ियों और दूसरे आवारा लोगों का ठिकाना बन गया है। इसके साथ लगती शिव कॉलोनी और हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के लोग इससे परेशान हैं।
लगभग ढाई साल पहले पिंडारा के पास जींद बाईपास रोड पर नया बस स्टैंड शुरू हो गया था। इसके बाद पुराने बस स्टैंड से हरियाणा रोडवेज के जींद डिपो ने अपना सामान समेटकर बस स्टैंड और इसकी वर्कशॉप को ताला लगा दिया था। तभी से पुराना बस स्टैंड और इसकी वर्कशॉप का लगभग 12 एकड़ में फैला परिसर लावारिस स्थिति में है। करोड़ों की कीमत के पुराने बस स्टैंड की बिल्डिंग और वर्कशॉप जर्जर हो रहे हैं। इसकी लगभग 12 एकड़ जमीन की कीमत 100 करोड़ रुपये से ज्यादा आंकी जा रही है। अभी तक सरकार ने यह तय नहीं किया है कि पुराने बस स्टैंड कैसे इस्तेमाल करना है। ढाई साल पहले तत्कालीन डीसी नरेश नरवाल ने इसे लेकर सरकार को सुझाव दिया था कि यहां बैंकिंग परिसर बनाया जाए। बैंकिंग परिसर में सभी सरकारी बैंकों को शिफ्ट किया जाए। उनके सुझाव पर सरकार ने अब तक कोई फैसला नहीं लिया है। अभी यह जमीन पर्सनल वाहनों को चलाने के ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों का ड्राइविंग टेस्ट लेने के रूप में इस्तेमाल हो रही है। शिव कॉलोनी के राकेश, विजेंद्र, रोहित, रवि, दीपांशु ने कहा कि यहां नशेड़ी डेरा डाल लेते हैं।
सिटी पुलिस स्टेशन के लिए मांगी थी जगह
पुराने बस स्टैंड परिसर में से कुछ एरिया जींद पुलिस ने सिटी पुलिस स्टेशन के लिए भी मांगा था। लगभग 2 साल पहले जब नरेंद्र बिजारनिया जींद में एसपी थे, तब उन्होंने जिला प्रशासन और सरकार से यह अनुरोध किया था। लेकिन सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया है।
”अभी पुराने बस स्टैंड परिसर के इस्तेमाल को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है। सरकार को बेहतर इस्तेमाल के लिए पत्र लिखा गया है।” -मोहम्मद इमरान राजा, डीसी , जींद