कितने ‘आदर्श’ हैं माननीयों के गांव
राष्ट्रपति से लेकर अनेक निर्वाचित जनप्रतिनिधि बड़े चाव से गांव को गोद लेते हैं। ताम-झाम के साथ घोषणा भी करते हैं, लेकिन आदर्श ग्राम योजना के तहत जनप्रतिनिधि गांवों को गोद लेकर भूल से गए हैं। ‘माननीयों’ के गोद लिए गांव कहां तक और कितने ‘आदर्श’ हैं? उनकी हकीकत पर ग्राउंड रिपोर्ट शृंखला के तहत आज पेश है सांसद नायब सिंह सैनी के गोद लिए गांव धुराला का हाल।
– संपादक
विनोद जिन्दल/हप्र
कुरुक्षेत्र, 29 मई
गांव धुराला के विकास के लिए सांसद ने अधिकारियों से बातचीत की। कार्य योजनाओं की सूची बनी, अब काम कब होगा, कोई नहीं जानता। अधिकारी भी कहते हैं लिस्ट बनी है, लेकिन ग्रांट नहीं है। यह हाल है गांव धुराला का। कुरुक्षेत्र से 10 किलोमीटर दूर। गोद लिया है सांसद नायब सिंह सैनी ने। धुराला के लोग अवैध निर्माण, अवैध कब्जे, बस शेल्टर की कमी जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। मुख्य सड़क पर स्थित लगभग 150-200 अच्छी खासी दुकानों के लगभग डेढ़ किलोमीटर के क्षेत्र की सड़क तो 4 मार्गीय है लेकिन हालत खराब है। ग्रामीणों के अनुसार शाहाबाद के पूर्व विधायक कृष्ण बेदी ने लोक निर्माण विभाग के माध्यम से इस सड़क का निर्माण करवाया था। सड़क को बढ़ाया जाना था, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। जल निकासी को बने नाले गंदगी से भरे पड़े हैं। स्ट्रीट लाइट भी खराब पड़ी हैं।
मुख्य सड़क से अंदर की ओर जाएंगे तो अवैध कब्जे परेशान करते महसूस हो जाएंगे। राजकीय प्राथमिक स्कूल के गेट पर रेहड़ी वालों का जमावड़ा है। साथ लगते प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र मार्ग का हाल और बुरा है। चिकित्सा केन्द्र की दीवार के पास ही पशु बांधे जाते हैं।
बदबूदार आलम में तबीयत और बिगड़ने की आशंका रहती है। चिकित्सा केंद्र में सांसद की लगभग साढ़े 5 लाख रुपये की ग्रांट से एक लेबर रूम (महिला डिलीवरी का कमरा) की दीवारें ही एक साल में बन पाई हैं। कुछ लोगों ने बताया कि गांव की शामलात भूमि पर भी अवैध कब्जे हैं।
विकास संबंधी मसले पर गांव के सरपंच राजिन्द्र को फोन लगाया तो बताया गया कि वह बाहर हैं। उनका काम देखने वाले राजेश उर्फ राजू ने बताया कि पंचायत ने विभाग को सूची भेजी है। गांव के बीर सिंह, जंगा राम, गुरमेल, संदीप, जोनी आदि लोगों ने समस्याओं के साथ विकास कार्य भी गिनाए। कुछ लोगों ने कहा कि पूर्व या वर्तमान सांसद यहां नहीं आते, अलबत्ता नवीन जिन्दल गांव में आया करते थे। खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी साहब सिंह ने बताया कि गांव में विकास कार्यों का प्रोपोजल आया है, लेकिन आदर्श गांव के नाते कोई ग्रांट नहीं आई है। पंचायत सचिव संजीव कुमार ने बताया कि विकास के कार्याें की लिस्ट विभाग को भेज दी है। काम जल्दी शुरू होंगे।
गांव के प्रति संजीदा हूं
सांसद नायब सिंह सैनी ने कहा कि वह अपने गोद लिए गांव के विकास के प्रति पूरी तरह संजीदा हैं। लिस्ट बनाई गई थी। जल्द ही रिव्यू बैठक करेंगे। कोरोना के कारण गांव में नहीं जा पाये, लेकिन अब जल्द ही विकास कार्यों की योजना के साथ जाएंगे। उन्होंने बताया कि डी-प्लान के तहत 8 लाख और डी-प्लान की अनुशंसा करते हुए 23 लाख रुपये गांव को दे चुके हैं।