जगाधरी, 12 नवंबर (हप्र)
मंगलवार को देव उठनी एकादशी का पर्व श्रद्धा से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने व्रत रखकर तुलसी जी की पूजा की। इस अवसर पर जगह-जगह तुलसी विवाह हुआ। प्राचीन सूर्यकुंड मंदिर अमादलपुर, प्राचीन श्री गौरी शंकर मंदिर जगाधरी, प्राचीन श्री खेड़ा मंदिर जगाधरी, प्राचीन श्री राम मंदिर बूडिया, श्री राधा-कृष्ण मंदिर हूडा जगाधरी, श्री दुर्गेवश्वरी मंदिर बूडिया आदि में कार्यक्रम हुए। देव उठनी एकादशी पर शाम के समय तुलसी जी के समक्ष देशी घी के दीपक जलाए गए। वहीं, मंगलवार को शहर से लेकर ग्रामीण आंचल तक सैकड़ों मंगल काज हुए।
इस शुभ अवसर पर सैकड़ों विवाह समारोह संपन्न हुए। प्राचीन सूर्यकुंड मंदिर जगाधरी के आचार्य त्रिलोक शास्त्री ने बताया कि सनातन धर्म में यह दिन भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है। उन्होंने बताया कि साल में कुल 24 एकादशी का व्रत रखा जाता है। प्रत्येक महीने में दो एकादशी तिथियां आती हैं। एक शुक्ल पक्ष में और एक कृष्ण पक्ष। इसमें कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि बहुत ही खास है, क्योंकि इस दिन देव उठनी एकादशी का व्रत रखा जाता है। त्रिलोक शास्त्री ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु चार माह की योग निद्रा से जागते हैं। देव उठनी एकादशी के दिन से सभी शुभ और मांगलिक कार्य फिर से प्रारंभ हो जाते हैं।
तुलसी-शालिग्राम विवाहोत्सव समारोह आज
लाडवा (निस) : हर वर्ष की तरह अखंड हनुमान गौशाला मथाना चौकी में 13 नवंबर को तुलसी-शालिग्राम विवाहोत्सव समारोह का आयोजन किया जाएगा। समारोह का आयोजन गौशाला की तरफ से किया जाएगा। यह जानकारी गौशाला के संचालक स्वामी सत्यानंद महाराज ने दी। उन्होंने बताया कि समारोह में लाडवा नपा प्रधान एवं भाजपा नेता साक्षी खुराना मुख्यातिथि के रूप में शिरकत करेंगी, जबकि गांव मथाना की सरपंच अंजना मथाना व समाजसेवी हिमानी सैनी विशिष्ट अतिथि होंगी। इस अवसर पर गौशाला में विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर गौशाला के पुजारी पंडित धर्मेंद्र अग्निहोत्री मुख्य रूप से मौजूद थे।