नारनौंद, 20 जून (निस)
देश की रक्षा करते हुए बडाला गांव का बेटा बिजेंद्र सिंह शहीद हो गया। बडाला गांव में राजकीय सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान का गांव गमगीन माहौल रहा। बडाला सहित अनेक गांव से आए युवाओं ने शहीद बिजेंद्र सिंह अमर रहे के नारे लगाए। सभी लोग घरों से बाहर निकलकर अमर फौजी बिजेंद्र सिंह को सलामी दी। गांव बडाला निवासी सैनिक नायक बिजेंद्र सिंह 152टीए सिख रेजीमेंट में तैनात था। कुछ दिन पहले अचानक उनका स्वास्थ्य खराब हो गया। उन्हें इलाज के लिए सेना हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने 18 जून को अपनी जिंदगी की अंतिम सांस ली। 19 जून को बडाला गांव में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
इंडियन वेटरेन्स ऑर्गेनाईजेशन के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष चरण सिंह मलिक ने बताया कि अमर सैनिक नायक बिजेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर 19 जून सुबह करीब 11 बजे पैतृक गांव बडाला में पहुंचा। जहां पहले मौजूद सेना की गार्ड, पूर्व सैनिक, अमर सैनिक बिजेंद्र सिंह का परिवार व सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। फौजी बिजेंद्र सिंह अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे। उनकी दस साल की बेटी है। उनकी पत्नी मुस्कान चंडीगढ़ पुलिस में तैनात है।
इस दौरान वेटरन रामनिवास, संजय सिंह, उमेद सिंह, बिजेंद्र सिंह, अनिल कुमार, नरेंद्र सिंह, समुंदर तथा उनकी बटालियन से आए नायब सूबेदार कुलदीप राज, हवलदार रामेहर, सोमबीर, सुखबीर तथा उनके परिवार के सभी सदस्य मौजूद रहे। सभी ने अमर सैनिक के चरणों में पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। 42 आर्म्ड से सूबेदार बीरेन्द्र सिंह व गार्ड ने सलामी देकर अमर सैनिक को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। उनके चाचा के लड़के ने मुखाग्नि दी।