देशपाल सौरोत/हप्र
पलवल, 31 जुलाई
राज्यसभा सांसद एवं कांग्रेस की राष्ट्रीय वर्किंग कमेटी के सदस्य दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में अब संघर्ष का बिगुल बज चुका है तथा आर-पार का फैसला लेने का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा कि किसी सरकार की नीति, नीयत और काम को देखने समझने के लिये 8 साल का समय कम नहीं होता। उन्होंने आरोप लगाया कि 8 साल में भाजपा-जजपा ने हरियाणा को गर्त में पहुंचा दिया है। इस सरकार ने हरियाणा को आगे की बजाय कई दशक पीछे ले जाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पंचकूला चिंतन शिविर में आगामी रणनीति एवं कार्यक्रम तय कर दिया जाएगा।
दीपेंद्र हुड्डा रविवार को पलवल में मास्टर विजय सिंह सौरोत के निवास पर स्वागत समारोह के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर विधायक नीरज शर्मा, पूर्व विधायक रघुबीर सिंह तेवतिया, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता तरुण तेवतिया, प्रदेश सचिव सुमित गौड़, प्रवक्ता नीरज गुप्ता, चौ. इसराइल हथीन, युवा कांग्रेस फरीदाबाद शहरी के जिलाध्यक्ष नितिन सिंगला, प्रदेश सचिव रोहित नागर, पूर्व पार्षद रोहित सिंगला, पूर्व चेयरमैन डॉ. मुकेश भाटी व लक्ष्मण चेयरमैन, नितिन तंवर, समेत कांग्रेस पार्टी के अनेक वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि गठबंधन सरकार जनता और जनादेश से विश्वासघात करके बनी है। भाजपा-जजपा ने एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ा और जजपा ने जमनापार का नारा लगाकर भाजपा के खिलाफ वोट मांगा। चुनाव जीतते ही दोनों ने सारे सिद्धांतों को ताख पर रखकर सत्ता के लिए समझौता कर लिया और सत्ता का स्वाद लेने लगे। आज हरियाणा की जनता के साथ क्या हो रहा है, वो किस तकलीफ से गुजर रही है इससे इन दोनों को कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि दोनों पार्टियों में भविष्य की पीढ़ी को रोजगार देने का नहीं बल्कि इस बात का गठबंधन हुआ कि कौन कितना और कहां लूटेगा। माइनिंग, शराब, रजिस्ट्री समेत अलग-अलग विभागों में कौन कितना लूटेगा।