शाहाबाद मारकंडा, 6 नवंबर (निस)
सरकार का समाधान शिविरों की ग्राउंड जीरो की वास्तविकता को भी जानना भी जरूरी है तभी आमजन को इन शिविरों का लाभ मिलना संभव होगा।
नगरपालिका के अध्यक्ष डाॅ. गुलशन कवातरा यह बात कही और कहा कि बेहतर रहता अगर इन शिविरों के आयोजन से पहले सरकार सभी नगरपालिकाओं के चेयरमैन को बैठक में बुलाकर जनता की मूल समस्याओं के बारे में उनके विचार जानती। इस समय स्थिति यह है कि पहले आमजन अपनी समस्याएं लेकर कार्यालय में अलग अलग कमरों में जाता था जबकि अब एक निर्धारित समय में परिसर में ही शिविर स्थल पर बैठे कर्मचारियों के समक्ष अपनी समस्या का बखान करता है। नगर में अनुमानित 18 हजार प्रापर्टी आईडी हैं जिनमें एक अनुमान के अनुसार 14 हजार नाम गलत चढ़े हुए थे, जिसमें काफी सुधार भी हुआ है। समाधान शिविरों का सही मायनों में तभी लाभ होगा जब अपने स्तर पर पहले नियमों का सरलीकरण होगा और सरकार यह करेगी। सरकार धरातल पर वास्तविकता को समझने का प्रयास करे ताकि लोगों को राहत मिल सके और समाधान शिविरों की उपयोगिता हो।