जींद, 17 सितंबर (हप्र)
जींद रेलवे जंक्शन के पास रेलवे अंडरपास के निर्माण में रेल पटरी का कांटा ऐसा फंसा कि निर्माण कार्य लगभग डेढ़ साल से अधर में है। यह कांटा जब तक नहीं निकलता, तब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाएगा। इस कांटे को देखने और निकालने के लिए रेलवे के नए सीनियर डिविजनल इंजीनियर अभिषेक बागला ने मंगलवार को जींद का दौरा किया। इससे अब उम्मीद बनी है कि इसकी नयी ड्राइंग को जल्द मंजूरी मिलेगी और निर्माण कार्य फिर शुरू होगा।
इसी बीच देवीलाल चौक के पास कम ऊंचाई के रेलवे अंडरपास का निर्माण कार्य तेज हो गया है। अगले 4 महीने में देवीलाल चौक के पास रेलवे अंडरपास का निर्माण पूरा हो जाएगा। रेलवे ने दो साल पहले जंक्शन के पास अंडरपास का निर्माण शुरू किया था। यह अंडरपास जलालपुर कलां, जलालपुर खुर्द आदि गांवों के लिए जरूरी है। साथ ही शहर की लोको कॉलोनी, चंद्रलोक कॉलोनी आदि के लोगों के लिए भी अंडरपास जरूरी है। पिछले डेढ़ साल से इस अंडरपास का निर्माण अधर में है। ठेकेदार ने अंडरपास के बॉक्स आदि सब बनवाकर साइट पर रखवाए हुए हैं, मगर यहां ट्रेन की पटरी का कांटा होने के कारण पुरानी ड्राइंग को मंजूरी नहीं मिली है। इसके लिए पटरी के कांटे को देखते हुए नई ड्राइंग की मंजूरी जरूरी है। नई मंजूरी की फाइल रेलवे अधिकारियों के पास ठेकेदार ने भेजी हुई है।
3 करोड़ से बनेगा अंडरपास, काम में आई तेजी
इसी बीच शहर में देवीलाल चौक के पास कम ऊंचाई के रेलवे अंडरपास के निर्माण कार्य में और तेजी आई है। रेलवे ने इसका निर्माण कार्य जींद की आरएस कंस्ट्रक्शन कंपनी को सौंपा है। कंपनी के अनुभव चिल्लाना ने कहा कि 4 महीने में निर्माण कार्य पूरा कर दिया जाएगा। 3 मीटर चौड़े 8 फीट ऊंचे अंडरपास के निर्माण पर लगभग 3 करोड़ रुपए खर्च होंगे।