कैथल, 7 जुलाई (हप्र)
सरकारी संपत्ति को खुर्द-बुर्द करने के मामले में कार्रवाई नहीं होने और पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ एक्शन न लिए जाने से परेशान ग्रामीणों ने अब इसकी शिकायत सीएम विंडो में और एसपी कैथल को दी है।
ढांड-कौल रोड पर पंचमुखी चौक के पास रोडवेज विभाग की ओर से एक बस क्यू शेल्टर बनाया हुआ था। सवारियां बारिश व धूप आदि से बचने के लिए यहां खड़ी होती थीं और बस का इंतजार करती थी, परंतु वहां के कुछ दुकानदारों ने दुकान के आगे बने बस क्यू शैल्टर को रातों-रात गायब कर दिया।
इसकी शिकायत युवा भाकियू प्रदेशाध्यक्ष राजीव आर्य ने पहले सीएम विंडो में की थी, जिसमें रोडवेज विभाग की ओर से थाना ढांड को कार्रवाई करने के लिए बोला गया था, परन्तु पुलिस अधिकारी ने बस अड्डा इंचार्ज से मिलकर मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया। राजीव कुमार ने बताया कि एक दरखास्त इस बाबत सीएम विंडो में दी थी। पुलिस अधिकारियों को क्यू शैल्टर खुर्द-बुर्द करने वाले व्यक्तियों का नाम बताकर सूचित किया था और मांग की थी कि जो बस क्यू शैल्टर को खुर्द-बुर्द करने वाले व्यक्तियों से पूछताछ की जाए तथा सरकारी संपत्ति नष्ट करने बाबत जुर्माना लगाकर, सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। रोडवेज विभाग के अधिकारियों ने गत 11 मार्च को शिकायत पर थाना ढांड एसएचओ को एक लिखित शिकायत देकर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई करके, कार्यालय को अवगत करवाकर सीएम विंडो पर मिली शिकायत का निपटारा करने की मांग की थी। इस बारे में कार्यालय द्वारा अड्डा इंचार्ज शमशेर सिंह को जांच के लिए भेजा गया था, जिसमें पाया गया था कि जो शिकायतकर्ता की बताई गई बातें हैं वे सच्ची हैं, वास्तविक हैं और इस शिकायत में कोई झूठ नहीं है।
अधिकारियों ने मामले को किया रफा-दफा
ढांड थाना के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने जांच में पाया कि बस क्यू शैल्टर 15-20 साल पुराना होने के कारण नष्ट हो गया है, जो कि कोई संज्ञेय अपराध नहीं है और प्रार्थी की शिकायत को दफ्तर दाखिल कर दिया गया। जबकि शिकायतकर्ता का कहना है कि बस क्यू शैल्टर है या कोई भी सार्वजनिक संपत्ति है वह जनता के खून पसीने की कमाई है, जिसका ध्यान रखना तथा नष्ट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करना प्रशासन का काम है। पुलिस अधिकारी धनपत तथा रोडवेज विभाग के ढांड अड्डा इंचार्ज शमशेर सिंह की जांच व कार्रवाई से वह संतुष्ट नहीं है। राजीव आर्य ने कहा कि उपरोक्त अधिकारियों ने आरोपियों से मिलीभगत करके मामले को रफा-दफा करके उनकी शिकायत को दबाया है। इसलिए अब उपरोक्त तथ्यों के मद्देनजर कार्रवाई की जाए। कानूनी तथा विभागीय कार्रवाई की मांग को लेकर एसपी उपासना को लिखित शिकायत की और सीएम विंडो में भी दोबारा शिकायत दी है।