कनीना, 12 नवंबर (निस)
किसानों के लिए रबी फसल बिजाई को लेकर डीएपी खाद की कोई कमी नहीं है। महेंद्रगढ़ जिले में करीब 13500 मीट्रिक टन डीएपी खाद की जरूरत थी जिसमें से करीब 11284 मीट्रिक टन किसानों को उपलब्ध करवाया जा चुका है। क्षेत्र में सरसों की बिजाई का कार्य लगभग पूरा हो गया है। यह बात प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कही। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को अनुदान पर उन्नत किस्म का गेहूं का बीज उपलब्ध करवा रही है। उन्होंने जिला अधिकारियों से कहा कि किसानों के सामने फसल बिजाई करते समय कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए। सरसों व चने की बिजाई लगभग पूरी हो चुकी है और गेहूं की बिजाई भी 15-20 प्रतिशत से ज्यादा हो चुकी है। जिले में डीएपी खाद की सप्लाई सुचारू रूप से हो रही है। उन्होंने बताया कि अगस्त महीने में जिले में खाद का स्टॉक 831 एमटी था तथा अब तक 10453 एमटी और खाद प्राप्त हुआ है अतः कुल 11284 एमटी डीएपी खाद हमारे पास उपलब्ध था जिसमें 10495 एमटी का वितरण हो चुका है। एनपीके 5684 एमटी प्रयोग हो चुका है तथा 1414 एमटी एनपीके खाद स्टॉक में उपलब्ध है। इसी प्रकार एसएसपी खाद 996 एमटी खाद प्रयोग हो चुका है तथा 832 एमटी खाद स्टॉक उपलब्ध है। खोरी में खाद का रैक जल्द ही लगेगा।
390 क्विंटल बाजरे की हुई खरीद
मार्केट कमेट कनीना के सचिव विजय सिंह व हैफेड के खरीद अधिकारी रिषी शर्मा ने बताया कि कनीना की नयी अनाज मंडी चेलावास में मंगलवार को 16 किसानों से 390 क्विंटल बाजरे की खरीद की गई। हैफेड की ओर से 2625 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बाजरे की खरीद की जा रही है। अब तक 11038 किसानों से 288629 क्विंटल बाजरे की खरीद हो चुकी है जिसमें से 263795 क्विंटल का उठान भी किया गया है।