भिवानी, 29 अक्तूबर (हप्र)
जींद पुलिस अधीक्षक के खिलाफ हाईकोर्ट की निगरानी में उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच, तब तक पुलिस अधीक्षक व महिला अधिकारी को तुरंत हटाने व दोषियाें को सजा, उत्पीड़ित महिला व उनके परिजनों की सुरक्षा की मांग को लेकर जनवादी महिला समिति ने उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
जनवादी महिला समिति की नेताओं ने बातचीत में बताया कि 18 अक्तूबर को जींद जिला की सात महिला पुलिस कर्मियों ने आरोप पत्र लिखकर जींद पुलिस अधीक्षक पर यौन शोषण के गम्भीर आरोप लगाए हैं।
उन्होंने महिला पुलिस अधिकारी व महिला इंस्पेक्टर पर भी घटना में सम्मिलित होने के आरोप लगाए हैं। राज्य सरकार ने पूरे मामले की जांच फतेहबाद की पुलिस अधीक्षक को सौंपी हैं। तीन दिन पहले सोशल मीडिया के माध्यम से यह मामला प्रकाश में आया है।
पूरा मामला सामने आने के बावजूद अभी तक भी आरोपी पुलिस अधीक्षक व अन्य महिला पुलिस कर्मियों को उनके पद से हटाया नहीं गया है। राज्य सरकार ने भी उपरोक्त घटना की जांच का जिम्मा अन्य पुलिस अधीक्षक को दिया है। पीड़ितों पर मामला दबाने के लिए आरोपियों की तरफ से तरह-तरह से दबाव बनाये जा रहे हैं ऐसे में निष्पक्ष व विश्वसनीय जांच की संभावनाएं बेहद कमजोर हो जाती हैं।
इस मौके पर जनवादी महिला समिति की जिला सचिव बिमला घणघस, रेनू शर्मा, अनुराधा, गंगा देवी, मूर्ती देवी शामिल हुईं।
जिन्हें सुरक्षा का जिम्मा वही करवा रही यौन शोषण
महिला नेताओं ने कहा कि यह मामला बेहद ही दुखद व चिंताजनक है। राज्य की महिलाओं के लिए इससे भयानक स्थिति क्या हो सकती है कि जिन पुलिस अधिकारियों पर महिलाओं की सुरक्षा का जिम्मा है वे ही अपने विभाग की महिला कर्मियों का यौन शोषण कर रहे हैं तथा जिन महिला पुलिस कर्मियों पर अन्य महिलाओं की सुरक्षा का जिम्मा है वे खुद ही यौन शोषण की शिकार हो रही हैं।