चरखी दादरी, 26 जून (हप्र)
समझौते के बावजूद 21 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं होने से रोडवेज कर्मचारियों में सरकार के खिलाफ गुस्सा है। रोडवेज कर्मचारी साझा मोर्चा ने कहा कि इस बार रोडवेज का चक्का जाम भी होगा और सरकार हड़ताल भी भुगतेगी। समझौते के बाद भी रोडवेज के कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया गया। यूनियन ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य व एसकेएस नेता कृष्ण ऊण की अगुवाई में बुधवार को दादरी बस स्टैंड परिसर में कर्मचारियों ने रोष मीटिंग की और बाद में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। पांच कर्मचारी सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठे। इस दौरान कर्मचारियों ने अधिकारियों व सरकार पर वार्ता के बाद भी मांगे पूरी नहीं करने का आरोप लगाया। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि सरकार व आला अधिकारियों से हुई बातचीत में सहमति अनुसार मानी गई मांगों को लागू ना करके सरकार ने विश्वासघात व वादाखिलाफी की है। कर्मचारियों ने कहा कि 21 सूत्रीय मांगों को लेकर उनकी लड़ाई जारी रहेगी। जरूरत पड़ी को चक्का जाम करेंगे और हड़ताल पर भी चले जाएंगे। कर्मचारियों ने कहा कि इस बार वे पीछे नहीं हटेंगे और आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। इस अवसर पर सतेंद्र दगड़ोली, राजेश मकड़ानी, मोहन लाल, सुखवेंद्र सिंह इत्यादि उपस्थित रहे।
ये हैं प्रमुख मांगें
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर पुरानी पेंशन बहाली, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, लिपिकों-परिचालकों-चालकों का वेतनमान बढ़ाने, अर्जित अवकाश पहले की तरह लागू करने, कौशल रोजगार निगम भंग कर खाली पदों पर पक्की भर्ती करने, जोखिम भत्ता देने, डी ग्रुप कर्मचारियों को कोमन कैडर से बाहर निकालकर प्रमोशन करने, स्टेंड इंचार्ज का पद सृजित करने, तकनीकी वेतनमान देने, सभी खाली पदों पर पदोन्नति करने की मांग शामिल हैं।