भिवानी, 10 अप्रैल (हप्र)
भाजपा सरकार के किसान विरोधी रवैये के चलते धरतीपुत्रों की आर्थिक दशा बिगड़ती जा रही है। सरकार को चाहिए कि पहले से घाटे को सौदा बनी कृषि को उबारने का काम करे न कि किसानों को बर्बाद करने का। यह बात राष्ट्रीय लोकदल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने रविवार को गांव मुंढ़ाल में किसानों से बातचीत करते हुए कही। बता दें कि गुलाबी सूंडी, बेमौसमी बारिश एवं ओलावृष्टि से बर्बाद फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर हिसार के खेड़ी चौक पर किसानों का धरना जारी है। रविवार को जयंती चौधरी किसानों का समर्थन करने जा रहे थे। इस दौरान वे गांव मुंढ़ाल में किसानों से बातचीत करने रूके। इस मौके पर जयंत चौधरी ने कहा कि अन्नदाताओं को अपने ही हकों के लिए आज सड़कों पर बैठना पड़ रहा है, लेकिन सरकार उनकी मांग नहीं मान रही। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा देकर किसानों की आर्थिक स्थिति को सरकार मजबूत करे। ताकि देश की जनता का पेट भरने वाला अन्नतदाता अपने बच्चों का भी पेट भर सकें। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने जल्द ही किसानों की मुआवजे की मांग नहीं मानी तो प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। इस मौके पर टीकरी बॉर्डर संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य जोगेंद्र तालु ने कहा कि अपने हकों को लेकर धरनारत् किसानों की आवाज को अनसुना कर सरकार बता रही है कि वह कितनी किसान हितैषी है। इस मौके पर विक्की डॉक्टर, बिजेंद्र हुड्डा, सोनू बागनवाला, अजय पंघाल, रोबिन पंघाल, संदीप तोशाम, कृष्ण तालु, राजसिंह धनाना, राजकुमार जताई सहित अनेक किसान मौजूद रहे।