चंडीगढ़, 8 दिसंबर (ट्रिन्यू)
गुरुग्राम के मिलेनियम सिटी सेंटर से साइबर सिटी तक मेट्रो कनेक्टविटी को लेकर सरकार ने प्रयास तेज कर दिए हैं। यह परियोजना केंद्र और हरियाणा सरकार मिलकर पूरा करेगी। कुल लागत का पचास प्रतिशत पैसा केंद्र सरकार देगी और बाकी हरियाणा सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। इस परियोजना को सिरे चढ़ाने के लिए ‘गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड’ नामक नई कंपनी बनाने का निर्णय लिया है।
मुख्य सचिव और हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन के चेयरमैन संजीव कौशल की अध्यक्षता में हुई अहम बैठक में यह निर्णय लिया गया। यह परियोजना मिलेनियम सिटी सेंटर से सुभाष चौक, रेलवे स्टेशन, रेजांगला चौक से साइबर सिटी तक पूर्ण सर्कल में जोड़ने वाला गोलाकार गतिशील गलियारा होगी। इसे नई कंपनी द्वारा संभाला जाएगा। इसका नेतृत्व केंद्रीय शहरी विकास सचिव करेंगे। अब सभी आगामी परियोजनाएं नई कंपनी द्वारा कार्यान्वित की जाएंगी। मौजूदा रैपिड मेट्रो परियोजना एचएमआरटीसी द्वारा निपटाई जाएगी।
कौशल ने कहा कि मिलेनियम सिटी सेंटर से साइबर सिटी तक मेट्रो कनेक्टिविटी परियोजना ने अब जमीन पर काम करना शुरू कर दिया है। अनुमानित 5452.72 करोड़ लागत की इस परियोजना पर 27 स्टेशन बनेंगे। यह कुल 28.50 किमी लम्बाई का प्रोजेक्ट होगा। इसकी भू-तकनीकी जांच और डिजाइन परामर्श सहित पूर्व-निर्माण गतिविधियों की प्रक्रियाएं पहले ही शुरू की जा चुकी हैं। इससे एचएमआरटीसी में सवारियों की संख्या और आय दोनों में वृद्धि होगी।
रैपिड मेट्रो गुरुग्राम में पिछले वर्ष की अवधि की तुलना में सवारियों की संख्या में 35.54 प्रतिशत की वृद्धि होगी। सवारियों की संख्या 80 लाख 13 हजार 765 तक पहुंच गई। पिछले वर्ष में 59 लाख 12 हजार 457 थी। कौशल ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को हर मेट्रो स्टेशन की लास्ट माइल कनेक्टिविटी के मुद्दों का अध्ययन करने को कहा। इसका उद्देश्य यात्रियों को उनके घर से गंतव्य तक परेशानी मुक्त यात्रा प्रदान करना है।
वाटिका चौक से पंचगांव तक का भी प्रोजेक्ट
वाटिका चैक से पंचगांव तक मेट्रो कनेक्टिविटी परियोजना में 30 किलोमीटर के गलियारे का प्रारुप तैयार किया है। इसमें मेसर्स राइट्स को सलाहकार नियुक्त किया है। गुरुग्राम के सेक्टर-56 में मौजूदा रैपिड मेट्रो स्टेशन पर मार्ग समायोजन और संभावित प्रस्तावों की खोज की जा रही है। कौशल ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की घोषणा के बाद बल्लभगढ़ से पलवल तक मेट्रो कनेक्टिविटी का विस्तार शुरू हो गया है। अस्थायी गलियारे की लंबाई 25 किलोमीटर और 10 प्रस्तावित स्टेशनों के साथ तकनीकी व्यवहार्यता का अध्ययन किया जा रहा है।
बहादुरगढ़ से आसोदा तक भी आएगी
हरियाणा ऑर्बिट रेल नेटवर्क और कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए बहादुरगढ़ मेट्रो से असौधा तक मेट्रो विस्तार की योजना है। इसके सलाहकारों को जल्द से जल्द राइडरशिप मूल्यांकन अध्ययन प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। बैठक में बताया गया कि चंडीगढ़ ट्राइसिटी के लिए मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम परियोजना गति पकड़ रही है। परामर्श एजेंसी आरआईटीईएस परामर्श एजेंसी एलाइनमेंट-कम-एएआर (वैकल्पिक विश्लेषण रिपोर्ट) और डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार करने में सक्रिय रूप से कार्य कर रही है।