पानीपत, 10 जून (निस)
पानीपत जिला के किसानों ने जीटी रोड टोल से हजारों की संख्या में ट्रैक्टरों, कारों व बाइकों के काफिले के साथ बृहस्पतिवार को भाकियू के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी के नेतृत्च में सिंघू बॉर्डर के लिये कूच किया। वहीं, कूच के दौरान हजारों किसानों की मौजूदगी में गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि पानीपत की धरती पर 3 ऐतिहासिक युद्ध हुए हैं और दिल्ली कूच के लिये पानीपत जिला के हजारों किसानों की मौजूदगी और उनके जोश से स्पष्ट है कि इस बार किसान दिल्ली को फतेह करके ही वापस लौटेंगे। वहीं, दिल्ली कूच के लिये किसान सुबह 9 बजे ही पानीपत टोल पर पहुंचने शुरू हो गये थे और उनके लिये टोल प्लाजा पर बड़ा टैंट लगाकर रागनियों के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। पानीपत के जिलाभर के गांवों से आये किसान अपने ट्रैक्टरों, कारों व बाइकों पर भाकियू चढूनीं गुट के झंडे लगाये हुए थे। वहीं, किसानों के भारी संख्या में वाहनों के पहुंचने से पानीपत टोल पर जाम लगना शुरू हो गया।
डीएसपी संदीप, सेक्टर 13-17 थाना प्रभारी सुनीता, इंस्पेक्टर दीपक कुमार सहित भारी संख्या में वहां पुलिस बल मौजूद था।
वहीं, भाकियू के अध्यक्ष चढूनी करीब 11 बजे पानीपत टोल पर पहुंचे और किसानों ने उनका फूलों से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सभी किसान शांतिपूर्वक ढंग से दिल्ली बॉर्डर के लिय कूच करेंगे। यदि रास्ते में पीछे से कोई एम्बुलेंस आदि आती है तो उसको रास्ता दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्वक दिल्ली कूच में ही किसानों की जीत है।
मीडिया से बात करते हुए चढूनी ने कहा कि सरकार के साथ 11 बार मीटिंगें हो चुकी है लेकिन सरकार आज तक तो यह नहीं बतला पाई की इन कानूनों से किसानों के क्या फायदें हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की मांग पहले वाली ही है और कोई मांग बढ़ाई नहीं गई है। वहीं, चढूनी ने कहा कि ये कृषि कानून देश के बड़े पूंजिपतियों के फायदें के लिये बनाये गये है और पूरी तरह से किसान विरोधी हैं। इस अवसर पर भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल, जिला प्रधान सुधीर जाखड़, सविता आर्य, बलिंद्र पहलवान, डा. मोनिका गोदारा, सुखबीर मलिक उग्राखेड़ी, सुखबीर बिंझौल सहित भारी संख्या में किसान मौजूद रहे।
भाजपा नेताओं का होगा विरोध : सुधीर जाखड़
भाकियू चढूनी गुट के जिला प्रधान सुधीर जाखड़ ने कहा कि भाजपा आंदोलनरत किसानों से बातचीत करने के लिये भी तैयार नहीं है। भाजपा नेताओं का गांवों में घुसने पर विरोध होगा। भाजपा नेता गांवों में घुस कर देख लें, उनको सारी हकीकत पता चल जायेगी।