रोहतक, 18 फरवरी (हप्र)
महम तहसील के नजदीक से गुजर रहे माइनर की 21585 नम्बर मोरी के पास माइनर की पटरी टूटने से हजारों लीटर पानी व्यर्थ में बह गया। किसानों को इसकी जानकारी हुई तो वे मौके पर पहुंचे तथा उन्होंने मिट्टी के बैग भरकर माइनर की पटरी का कटाव रोका।
किसानों का कहना है कि करोड़ों रुपए लगाकर लांडे रजबाहे (माइनर) को पक्का किया जा रहा है। इसका अधिकतर कार्य पूरा हो चुका है। उनका कहना है कि माइनर में लगी दो दर्जन के लगभग मोरी फिलहाल कच्ची पड़ी हैं। ठेकेदार द्वारा उन्हें पक्का नहीं किया गया। किसानों ने कहा कि माइनर में पानी आया तो मोरी के पास से मिट्टी कटाव हो गया जिससे काफी समय तक पानी बहता रहा। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि माइनर के किनारों पर पेड़ खड़े हैं जिन्हें काटा नहीं गया है। जहां पेड़ हैं माइनर का वह किनारा भी कच्चा छोड़ दिया गया। ऐसे में पानी का वहां से रिसाव होने की संभावना बनी हुई है। किसानों ने कहा कि ठेकेदार ने साथ लगती जगह से मिट्टी उठाकर वहां बड़े बड़े गड्ढे कर दिए। मिट्टी का बड़ा गोलमाल हुआ है। उच्चाधिकारियों को इसकी जांच करनी चाहिए।
‘किसानों ने खुद तोड़ी पटरी’
सिंचाई विभाग के जेई सज्जन सिंह ने बताया कि माइनर की मोरी कच्ची पड़ी हैं जिन्हें जल्दी पक्का किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि मोरी नम्बर 21585 के पास कुछ किसानों ने पटरी तोड़कर पानी की चोरी कर ली। उन्होंने अपने कर्मचारियों को भेजकर इसे बंद कराया। दोषी किसानों को तमान भेजकर हर्जान वसूली की जाएगी।