हिसार, 14 सितंबर (हप्र)
हिसार में बंदियों को पैरोल देने की प्रक्रिया को ऑनलाइन करने के लिए ई-पैरोल प्रोसेसिंग सिस्टम डेशबोर्ड आरंभ किया गया है। फिलहाल बंदियों को पैरोल देने की प्रक्रिया का ऑनलाइन ट्रायल किया जाएगा। इस डैशबोर्ड से बंदियों के परिजनों को पैरोल के आवेदन के स्टेटस की पल-पल की जानकारी हासिल होगी तथा पैरोल देने की प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी निर्धारित समय सीमा में अनुमति देने के लिए बाध्य होंगे। ई-पैरोल प्रोसेसिंग सिस्टम के माध्यम से प्रक्रिया के प्रत्येक चरण की जानकारी संबंधित अधिकारियों के साथ-साथ आवेदक को भी मोबाइल फोन पर एसएमएस के माध्यम से प्राप्त होगी।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने लघु सचिवालय स्थित कान्फ्रेंस हॉल में सोमवार को हिसार व हांसी के पुलिस अधीक्षकों व जेल अधीक्षकों सहित संंबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ ई-पैरोल प्रोसेसिग सिस्टम सॉफ्टवेयर पर विस्तृत चर्चा की। उपायुक्त ने कहा कि हिसार जिला से यह पायलट प्रोजेक्ट ट्रायल आधार पर शुरू किया जा रहा है। ऐसा प्रोजेक्ट उन्होंने जिला कैथल में उपायुक्त रहते हुए भी शुरु करवाया था जो सफलतापूर्वक कार्य कर रहा है।
उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत किसी भी कैदी की पैरोल के लिए आवेदन प्राप्त होने से लेकर पैरोल स्वीकृत या अस्वीकृत होने तक की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की जाएगी। ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत सभी संबंधित अधिकारियों के डैशबोर्ड बनाए गए हैं। ऑनलाइन के अलावा ट्रायल के दौरान ऑफलाइन प्रक्रिया भी साथ जारी रहेगी।
एनआईसी ने विकसित किया साफ्टवेयर
यह सॉफ्टवेयर एनआईसी द्वारा विकसित किया गया है। एनआईसी के वरिष्ठ तकनीकी निदेशक एमपी कुलश्रेष्ठ ने ई-पैरोल प्रोसेसिंग सिस्टम के संबंध में अधिकारियों को विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान करते हुए बताया कि अगले चरण में अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों को भी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर हिसार के पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया, हांसी के पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र, जेल अधीक्षक दीपक शर्मा, अतिरिक्त डीआईओ अखिलेश कुमार, सहायक जेल अधीक्षक प्रदीप कुमार सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।