नारनौंद , 13 नवंबर (निस)
गांव बास बादशाहपुर निवासी सत्यवान चंडीगढ़ में एनएसओ विभाग में क्लर्क के पद पर तैनात था। अपने विभाग की डिप्टी डायरेक्टर द्वारा टॉर्चर किया जाने पर मंगलवार की रात को जहरीला पदार्थ निगल लिया। जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने मृतक के भाई के बयान पर विभाग की डिप्टी डायरेक्टर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करके जांच आरंभ कर दी है। मौके पर सीन ऑफ क्राइम की टीम ने पहुंचकर जरूरी साक्ष्य से जुटाए।
मृतक के भाई सतीश कुमार ने बताया कि उसका छोटा भाई 30 वर्षीय सत्यवान चंडीगढ़ के सेक्टर 9-ए में एनएसओ विभाग में क्लर्क के पद पर तैनात था। उसी के विभाग की डिप्टी डायरेक्टर पिछले काफी समय से उसको टॉर्चर कर रही थी जिसके कारण वह काफी परेशान रहता था। मंगलवार को ड्यूटी करने के बाद जब उसका भाई घर आया तो वह अपने साथ में कोई जहरीली वस्तु भी लेकर आया था और खेत में चला गया था। कुछ समय बाद मैं और मेरा ताऊ का लड़का खेत में पहुंचे तो वहां पर सत्यवान ने हमें बताया कि वह अपने विभाग की डिप्टी डायरेक्टर आयुषी मिश्रा से काफी तंग था जो कि उसको बार-बार टॉर्चर कर रही थी उसी से तंग आकर उसने जहरीला पदार्थ निगल लिया है। उसको तुरंत ही इलाज के लिए हिसार के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवा दिया। उस समय तक उसकी हालत ठीक थी हालत और ज्यादा खराब ना हो जाए इसी को लेकर मैं अपने मोबाइल फोन से उसकी वीडियो बनाई जिसमें उसने अपनी सारी आपबीती बताई। बुधवार की सुबह उसने दम तोड़ दिया। इसकी सूचना पुलिस को दी गई पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम करवाया।
जांच अधिकारी सत्यवान ने बताया कि मृतक के बड़े भाई सतीश के बयान पर विभाग की डिप्टी डायरेक्टर आयुषी मिश्रा पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है मामले की गहनता से जांच की जा रही हैं। आरोपित को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।