बल्लभगढ़, 26 दिसंबर (निस)
दिल्ली-वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर सेक्टर 65 के पास दो हाईवा आपस में टकरा गए। शॉर्ट सर्किट के कारण दोनों में आग लग गई। हादसे में पीछे चल रहे हाईवा का चालक केबिन में फंस गया। इससे पहले कि उसे बाहर निकाला जाता हाईवा को आग ने अपनी चपेट में ले लिया। देर रात तक शव के अवशेष को बाहर निकालने का कार्य जारी रहा।
मृतक की पहचान राजस्थान के जिला सीकर स्थित गांव मोठूका पाटन निवासी रूपेश सिंह के रूप में हुई है। उसके दो बेटी और एक बेटा है। जिनकी उम्र सात से 11 साल है। हादसा सुबह करीब पांच बजे का है। दोनों हाइवा राजस्थान से रोडी भरकर दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस वे होते हुए सेक्टर-73 फरीदाबाद जा रहे थे। एक हाईवा को उत्तर प्रदेश के जिला ऐटा स्थित गांव जटौली निवासी शैलेष आगे-आगे चला रहा था। मृतक रूपेश सिंह का हाइवा ठीक पीछे चल रहा था। गांव साहूपुरा के पास बने फ्लाईओवर से उतरते हुए आगे चल रहे चालक शैलेष को कोहरे के कारण हाईवे का निर्माण कार्य थोड़ा देरी से दिखाई दिया। निर्माण कार्य के बैरिकेड देखकर शैलेष ने अचानक से ब्रेक लगा दिए। पीछे चल रहे रुपेश को जब तक कुछ समझ आता उसका वाहन अगले से जा टकराया।
वाहनों की गति इतनी तेज थी कि रुपेश के हाईवा के केबिन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। रुपेश केबिन के अंदर ही फंस गया। उसके हाईवा का डीजल टैंक फट गया और शॉर्ट सर्किट से वाहन ने आग पकड़ ली। अगले हाईवा में सवार चालक और सहायक नीचे उतरे और रुपेश को बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन तब तक आग भयावह रूप धारण कर चुकी थी। सूचना पाकर पुलिस और दमकल विभाग की गाडी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।