उकलाना मंडी,10 नवंबर (निस)
एक तरफ लोग सोचते हैं कि हमारा गांव शहर बने और शहर बनकर उसका काफी विकास हो, लेकिन जब से उकलाना गांव, गांव का दर्जा तोड़कर जब से नगरपालिका में शामिल किया है, तब से इसके हालात बद से बदतर हो गए हैं। बता दें कि जुलाई, 2011 में नगरपालिका उकलाना का दर्जा बहाल होने से पहले उकलाना गांव को उकलाना नगरपालिका में मिला लिया गया। तब इसमें वार्ड नं. 1 का कुछ हिस्सा और वार्ड नं. 11, 12, 13 आ गए। भाजपा से पहले कांग्रेस सरकार की तीन साल में कोई खास विकास कार्य नहीं हुए और अब मौजूदा भाजपा सरकार में विकास कार्य तो हुए ही नहीं। हां, विकास कार्य करवाने के नाम गरीबों के मकान तो जरूर तुड़वाए गए हैं। नगरपालिका उकलाना की कार्यप्रणाली इन वार्डों के प्रति बेहद ही नकारात्मक है। यहां पर न तो सफाई व्यवस्था है, न ही किसी प्रकार के विकास कार्य करवाये गए हैं। यहां के पार्षदों द्वारा बार-बार नगरपालिका की हाउस की बैठक में विकास कार्य करवाने के लिए लिख दिए जाते हैं, लेकिन उन पर टेंडर नहीं लगाए जाते हैं।
वही उकलाना इन वार्डो में कई जोहड़ है जिन गंदी पानी भरा हुआ है जिसे साफ सफाई को लेकर वार्डवासियों ने कहा कि मुद्दत हो गई है कि इन वार्डों में कोई सफाई कर्मचारी सफाई करने आया हो। वहीं वार्डवासी, सुखराज, रूपिंद्र, अजय, समीर, राजेश, सुरेश, अमन, सिमरन, कुलजीत, दलजीत, सविता, कविता, धन्नो, गुड्डी, श्याम, सुमन, पूनम, अंजू, मंजू, सुनीता ने कहा कि उकलाना नगरपालिका में गांव को शामिल करने से अच्छा तो हमारा गांव ही ठीक था। वार्डवासियों ने कहा इन वार्डों को नगरपालिका से हटाकर उकलाना गांव बनाये जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है।