गुरुग्राम, 4 अप्रैल (हप्र)
शहर की प्राइम लोकेशन पर यूनिपोल-होर्डिंग घोटाले का जिन फिर बोतल से बाहर आ गया है। निगम के ज्वाइंट कमिश्नर ने पूरे मामले में सख्ती दिखाते हुए विज्ञापन का प्रभार देख रही टीम के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। इस मामले में मेयर ने भी ज्वाइंट कमिश्नर से रिपोर्ट तलब की है। आरोप है कि जिस टीम पर अवैध विज्ञापनों के खिलाफ कार्रवाई करने की जिम्मेदारी है उसके अधिकारी जमकर चांदी कूट रहे हैं।
बिना अनुमति के लगाये गये होर्डिंग
शहर के नए हिस्से में ऐसी 100 से ज्यादा लोकेशन हैं जहां यूनिपोल- होर्डिंग लगाने के बदले भारी भरकम फीस वसूलने का प्रावधान है। लेकिन इन लोकेशन पर बिना अनुमति के यूनिपोल व होर्डिंग लगाए गए हैं। कई ऐसी सड़कें हैं जहां रातों रात यूनिपोल- होर्डिंग ‘उग’ आते हैं और निगम की संबंधित टीम को इसकी कोई जानकारी नहीं है। पिछले दिनों एसडीओ कुलदीप, जेई संदीप हुड्डा व सचिन के उपर ऐसे भी आरोप लगे कि इन्होंने अवैध यूनिपोल व होर्डिंग लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय खानापूर्ति करके छोड़ दिया। इसी के चलते कई कंपनियों पर निगम का करोड़ों रुपये बकाया है और इसकी वसूली भी नहीं हो पा रही है।
जोन-3 में सबसे ज़्यादा होर्डिंग्स
सबसे ज्यादा यूनिपोल-होर्डिंग निगम क्षेत्र के जोन-3 में लगे हैं। यहां की कई सड़कें हैं जिन पर विज्ञापन माफिया ने कब्जा कर रखा है। इस मुद्दे को निगम सदन की बैठक में उठाने वाले पार्षद धर्मबीर सिंह का कहना है, ‘किसी को भी इसकी जानकारी नहीं है कि आखिर इन यूनिपोल-होर्डिंग से होने वाली आय किसकी जेब में जा रही है।’ उनके अनुसार इस संबंध में मेयर को भी अलग से शिकायत भेजकर पूरे मामले की गहराई से जांच करवाने की गुजारिश की गई है। इस पर मेयर ने निगम अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की है। मेयर के पत्र के बार निगम में हडकंप मचा हुआ है। बताया जाता है कि मध्य प्रदेश के एक प्रभावी भाजपा नेता का यूनिपोल-होर्डिंग के कार्य में सीधा दबदबा है।
टीम के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी
ज्वाइंट कमिश्नर-हेडक्वार्टर ने विज्ञापन टीम के इंचार्ज को पत्र लिखकर मामले की विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। साथ ही चेतावनी दी है कि इसे गंभीरता से नहीं लिया गया तो उच्चाधिकारियों को पूरी टीम के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए लिख दिया जाएगा।