सोनीपत, 7 जुलाई (निस)
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी के ‘मिशन पंजाब’ के सुझाव को एक सिरे से खारिज कर दिया है। चढ़ूनी ने मंगलवार को कुंडली बॉर्डर पर कहा था कि किसानों को पंजाब की ओर रूख करना चाहिए। मिशन पंजाब चलाकर चुनाव के जरिए सत्ता में आना चाहिए। चढूनी ने कहा था कि किसान आंदोलन साढ़े सात महीने से चल रहा है और इसमें काफी उतार-चढ़ाव आए हैं और कई किसान शहीद भी हो गए। संयुक्त मोर्चा की अगली योजना मिशन उत्तर प्रदेश है, जिसमें 5 सितंबर की बड़ी रैली रखी गई है तो अन्य कार्यक्रम भी रखे गए है और फरवरी के आसपास चुनाव आने पर भाजपा का विरोध करके हराने की योजना है। उन्होंने कहा कि सरकार बदलती रही है, लेकिन किसानों का फायदा कभी नहीं हुआ है। इसलिए मिशन उत्तर प्रदेश की जगह मिशन पंजाब चलाना चाहिए। मिशन पंजाब का प्लान बनाना पड़ेगा और पंजाब के जितने संगठन है, अगर वह पंजाब में चुनाव में उतर जाए तो वहां किसानों व मजदूरों की सरकार बनेगी। जिससे वहां बदलाव करके दिखाएंगे और वहां का मॉडल अन्य सरकारों को पूरे देश में लागू करना होगा। जैसे ही चढ़ूनी के मिशन पंजाब का वीडियो वायरल हुआ वैसे ही संयुक्त किसान मोर्चा ने उनके बयान से किनारा कर लिया।
चढ़ूनी की राय से नहीं रखते इत्तेफाक: दर्शनपाल
मिशन पंजाब को लेकर चढ़ूनी द्वारा दी सलाह पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता दर्शनपाल को तुरंत ही सफाई देने के लिए आगे आना पड़ा। पंजाब के किसान नेता दर्शनपाल ने आज कुंडली बॉर्डर पर कहा कि चढूनी का बयान निजी है और उससे संयुक्त मोर्चा व पंजाब के संगठन इत्तेफाक नहीं रखते। इसके साथ ही सफाई देते हुए कहा कि पंजाब के किसी भी संगठन के नेता का अभी चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है।