बाबैन, 12 अगस्त (निस)
श्रीविश्वकर्मा पांचाल समाज सुधार सभा के प्रदेशाध्यक्ष एवं समाजसेवी साहब सिंह खरींडवा ने कहा है कि अपनी भलाई के लिए तो हर व्यक्ति सोचता है, लेकिन जो व्यक्ति दूसरों की भलाई के बारे में सोचता है, वहीं व्यक्ति महान परोपकारी होता है। समाजसेवी साहब सिंह खरींडवा ने बाबैन में एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद यह बात कही।
उन्होंने कहा कि दूसरों का भला करने के अलावा और कोई पुण्य नहीं और दूसरों को दुख देने से बड़ा कोई पाप नहीं। उन्होंने कहा है कि जीवन का कोई भी बड़ा काम समाज के सहयोग के बिना अधूरा होता है। समाज चाहे कोई भी हो उसकी एकता ही उसकी सबसे बड़ी कामयाबी है। इसलिए हर समाज को एकता का परिचय देना चाहिए। उन्होंने कहा है कि यदि समाज का कोई व्यक्ति अच्छे काम करता है तो उसकी प्रशंसा जरूर होती है, इसलिए मनुष्य ने अच्छे कार्य करने चाहिए।
उन्होंने कहा है कि जिस व्यक्ति ने समाज सेवा और धर्म की सेवा में अपना जीवन लगा है उन्हें हर समुदाय एवं हर धर्म के लोगों से स्नेह मिलता है। उन्होंने कहा कि उनकी सोच हमेशा निस्वार्थ भाव से गरीब, बेसहारा व जरूरतमंद लोगों की सेवा व भला करने की रही है और हमेशा रहेगी।