रेवाड़ी, 2 जनवरी (हप्र)
कारों को दूसरी जगह भेजने के लिए बुकिंग करवाना, फिर उन्हें खुद इस्तेमाल करने या बेच देने के धंधे का भांडा फूट गया है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि चार कारें बरामद की गयी हैं। गुरुग्राम में बालाजी ट्रांसको मूवर्स के नाम से ट्रांसपोर्ट कंपनी चलाने वाला मुख्य अभियुक्त अभी फरार है।
पुलिस के मुताबिक इस धंधे का तब भंडाफोड़ हुआ, जब ऐसी ही एक कार में सवार युवक पकड़ा गया। उप पुलिस अधीक्षक संजीव बल्हारा ने कहा कि सोमवार की शाम को सूचना मिली कि चरखी दादरी के गांव पैतांवास कला का मूल निवासी अरुण कुमार ने गुरुग्राम में बालाजी ट्रांसको मूवर्स के नाम से ट्रांसपोर्ट ऑफिस खोला है। वह फिलहाल रेवाड़ी में रह रहा है। बताया गया कि वह कारों को शिफ्ट करवाने की बुकिंग कराता था, लेकिन उसे कहीं भेजने के बजाय निजी इस्तेमाल में लाता था या बेच देता था। ट्रांसपोर्ट मालिक अरुण कुमार अपने साथी रेवाड़ी के मोहल्ला गुर्जरवाड़ा के कपिल के साथ यह धंधा चला रहा था। उन्होंने कहा कि कपिल के पास अरुण द्वारा दी गई कर्नाटक व दिल्ली नंबर की दो कारें हैं।
साेमवार को पुलिस को सूचना मिली कि कपिल बावल से रेवाड़ी आ रहा है। पुलिस ने नाकेबंदी की। तभी एक टियागो कार चालक को रुकने का इशारा किया, लेकिन वह भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस टीम ने उसे दबोच लिया। पूछताछ में कपिल ने बताया कि यह गाड़ी उसे अरुण ने दी है। उसने खुलासा किया कि बुक की गयी कारों को अरुण उसे दे देता है। बुकिंग राशि वह पहले ही ले चुका होता है। यह कार भी मोहाली से बेंगलुरू भेजी जानी थी, लेकिन तीन माह से उसी के पास है। पूछताछ में उसने बताया कि इसके अतिरिक्त उसके पास एक वैगनआर कार भी है। दो गाड़ी ट्रांसपोर्टर ने रेवाड़ी के मोहल्ला मुक्तिवाड़ा के विक्रम व गांव धामलाका के कर्ण उर्फ करनी को दे रखी हैं। पुलिस ने इस धंधे में लिप्त सभी आरोपियों के खिलाफ थाना मॉडल टाउन में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार को पुलिस ने उन्हें अदालत में पेशकर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।