जसमेर मलिक/हप्र
जींद, 9 नवंबर
जींद-सोनीपत ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे पर नए साल की शुरुआत में वाहन सरपट दौड़ने लगेंगे। अगले दो महीने में इस हाईवे का निर्माण पूरा हो जाएगा। इसका निर्माण पूरा हो जाने के बाद कार से जींद से सोनीपत की दूरी महज एक घंटे में तय हो जाएगी।
ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे के निर्माण की गति कभी भी तेजी नहीं पकड़ पाई। बार-बार इसके निर्माण की डेडलाइन बढ़ानी पड़ी। पहले जींद के चाबरी गांव के लोगों ने ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे पर एंट्री की मांग को लेकर आंदोलन किया और निर्माण कार्य बंद करवाने के लिए निर्माण कंपनी के हॉट मिक्स प्लांट पर ताला जड़ दिया था। हाईवे के निर्माण की गति धीमी होने के कारण नवंबर 2023 की डेडलाइन तक निर्माण पूरा नहीं हो पाया। बाद में इसकी डेड लाइन मार्च 2024 तक बढ़ाई गई। इस डेडलाइन तक भी निर्माण पूरा नहीं हुआ तो इसे दिसंबर 2024 तक बढ़ाया गया।
जींद के डीसी मोहम्मद इमरान रजा के अनुसार एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने उन्हें बताया है कि अब दो महीने में इस हाईवे का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इसे अंतिम फिनिशिंग दी जा रही है।
रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण में लगी देरी
जींद-सोनीपत ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे के निर्माण में गोहाना के पास रोहतक-पानीपत रेलवे लाइन पर रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण पूरा होने में देरी लगी है। इसी कारण तीसरी बार प्रोजेक्ट की डेडलाइन बढ़ानी पड़ी।
4 साल पहले शुरू हुआ था निर्माण
लगभग 4 साल पहले जींद-सोनीपत ग्रीन फील्ड नेशनल हाईवे नंबर 352- ए का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। यह नेशनल हाईवे सोनीपत जिले के मुरथल से गुजर रहे नेशनल हाईवे नंबर 44 (पुराना नेशनल हाईवे नंबर वन) से शुरू होकर सोनीपत और गोहाना से होते हुए जींद तक आता है। लगभग 80 किलोमीटर लंबे इस नेशनल हाईवे के निर्माण पर एनएचएआई लगभग 799 करोड़ रुपए की राशि खर्च कर रहा है।
जींद से सोनीपत पहुंचने में लगेंगे महज 50 मिनट
ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे का निर्माण पूरा होने के बाद जींद से अपनी कार में सोनीपत पहुंचने में महज 50 मिनट ही लगेंगे। इन दोनों जिला मुख्यालयों के बीच की दूरी महज 80 किलोमीटर है और इस दूरी को तय करने में लगभग दो घंटे लग जाते हैं। गोहाना शहर को ही पार करने में आधा घंटा जाम के कारण लग जाता है। ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे का निर्माण पूरा हो जाने के बाद जींद से सोनीपत, दिल्ली या पानीपत की तरफ जाने वाले वाहनों को गोहाना शहर में एंट्री की जरूरत ही नहीं रहेगी। वाहन गोहाना शहर के बाहर से ही निकल जाएंगे। इसके अलावा ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे जींद से गोहाना तक किसी भी गांव के नजदीक से नहीं गुजरेगा। इस कारण वाहन इस हाईवे पर सरपट दौड़ सकेंगे। गोहाना से सोनीपत तक भी हाईवे को गांवों से दूर कर बाईपास बना दिए गए हैं।
दो उपायुक्तों के प्रयास लाए रंग
जींद- सोनीपत ग्रीन फील्ड नेशनल हाईवे के निर्माण की धीमी गति को आईएएस अधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने अपने प्रयासों से तेज करवाया। मनोज कुमार पहले जींद के डीसी थे। उन्होंने जींद में अपनी तैनाती के दौरान कई बार एनएचएआई अधिकारियों के पेंच कसे और जींद जिले में इस हाईवे के निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए मजबूर किया। बाद में उन्हें पिछले साल सोनीपत में डीसी के पद पर तैनात किया तो उन्होंने सोनीपत जिले की सीमा में इस हाईवे के निर्माण की धीमी गति को गंभीरता से लेते हुए इसमें तेजी लाने का कड़े निर्देश एनएचएआई अधिकारियों को दिए। जींद के डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने भी एनएचएआई अधिकारियों के पेंच कई बार बैठकों में कसे और जल्द से जल्द इस हाईवे का निर्माण पूरा करवाने के निर्देश बैठकों में दिए।