चंडीगढ़, 2 अप्रैल (ट्रिन्यू)
हरियाणा पुलिस की स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) को और मजबूत किया जाएगा। एसटीएफ को न केवल नये वाहन उपलब्ध करवाए जाएंगे बल्कि आधुनिक सॉफ्टवेयर से उसे लैस किया जाएगा। राज्य में संगठित अपराध व अंतरराज्यीय गैंगस्टरों पर लगाम लगाने के लिए एसटीएफ को नवीनतम तकनीक से युक्त बनाया जाएगा। एसटीएफ की कार्यशैली से खुश नज़र आए गृह मंत्री अनिल विज ने इसके लिए गृह सचिव राजीव अरोड़ा व डीजीपी मनोज यादव को निर्देश जारी किए हैं। विज ने गृह विभाग के आला अफसरों को बिना किसी देरी के एसटीएफ को और अधिक पावरफुल व संसाधनयुक्त बनाने को कहा है।
गत दिवस चंडीगढ़ में प्रदेश के सभी जिलों के एसपी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई बैठक में भी विज ने एसटीएफ की पीठ थपथपाई। वहीं छह जिलों – करनाल, पानीपत, सोनीपत, रेवाड़ी, कैथल और जींद में क्राइम के बढ़ते मामलों को लेकर वे नाराज भी दिखे। उन्होंने इन जिलों के एसपी से जवाब तलब किया।
कोरोना काल के बावजूद इन जिलों में अपराध बढ़ा है। वहीं बाकी सोलह जिलों में क्राइम कम हुआ है। बैठक में बताया गया कि संगठित अपराध रोकने के लिए हरियाणा संगठित अपराध नियंत्रण (हरकोका) विधेयक विधानसभा में पारित करके राष्ट्रपति के अनुमोदन के लिए केंद्र सरकार को भेजा हुआ है। वहां से मंजूरी मिलते ही इसे प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा। यह कानून लागू होने के बाद संगठित अपराध को कम करने और बदमाशों पर सख्त कार्रवाई में मदद मिलेगी।
विभाग से मार्क हुई शिकायतों पर होगा एक्शन : विज ने इस बात पर भी नाराज़गी जताई कि उनके कार्यालय यानी गृह विभाग से मार्क होने वाली शिकायतों पर जिलों के अधिकारी गंभीरता से काम नहीं करते। इस पर डीजीपी मनोज यादव ने कहा, ‘जिस दिन उनके (गृह मंत्री) के घर के आगे पुलिस विभाग से जुड़ी शिकायतें लेकर आने वालों की भीड़ कम हो जाएगी, उसी दिन वे मान लेंगे कि वास्तव में पुलिस अच्छा काम कर रही है’। डीजीपी ने मौके पर ही सभी पुलिस अधीक्षकों को कहा कि लोगों की शिकायतों पर तुरंत एक्शन लें। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
जिलों की होगी निगरानी
प्रदेश के जिन छह जिलों – करनाल, पानीपत, सोनीपत, रेवाड़ी, कैथल और जींद में क्राइम बढ़ा है, उनकी निगरानी अब विज खुद करेंगे। विज ने अपने निजी स्टाफ को भी आदेश दिए हैं कि इन जिलों से आने वाली शिकायतों के अलावा यहां की क्राइम घटनाओं और उन पर होने वाले एक्शन पर नज़र रखें। इन जिलों के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे नियमित रूप से स्टेटस रिपोर्ट भेजें।
कैमला की घटना का संज्ञान
पिछले दिनों करनाल के कैमला गांव में सीएम का हेलीकॉप्टर नहीं उतरने की घटना से विज काफी आहत नज़र आए। उन्होंने करनाल एसपी से भी इस बारे में पूछा और चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में किसी भी स्टेशन पर इस तरह की घटना दोहराई न जाए। यह सीधे तौर पर पुलिस की लापरवाही व ढीले इंतजाम का ही नतीजा था कि प्रदेश के मुखिया का हेलीकॉप्टर नहीं उतर पाया और आंदोलनकारी अपने मंसूबों में कामयाब हो गए।