गुहला चीका, 23 जुलाई (निस)
उपमंडल के गांव चाणचक में एक माह पहले पेयजल के पाइप टूट गए थे। पाइपों के टूटने से गलियों के बीच गड्ढे बन गए हैं और इनमें हर समय पानी जमा रहता है। गड्ढों में खड़ा यही गंदा पानी बाद में पाइपों के माध्यम से कई घरों तक पहुंचता है, जिसे पीकर ग्रामीण बीमार हो रहे हैं। बार-बार शिकायत करने के बावजूद जब विभाग ने टूटी पाइपों को ठीक नहीं किया तो ग्रामीणों की गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने मंगलवार को बीडीपीओ कार्यालय के सामने धरना दे नारेबाजी शुरू कर दी। धरने की अगुवाई कर रही चरणजीत कौर ने बताया कि गांव में टूटी पाइपों की मरम्मत के लिए ग्रामीणों ने 27 जून को बीडीपीओ कार्यालय में लिखित शिकायत दी थी। उन्होंने बताया कि 13 दिन तक जब पाइप लाइन को ठीक नहीं किया गया तो 10 जुलाई को गांव वासियों ने एक बार फिर से डीसी कैथल व बीडीपीओ कार्यालय चीका में लिखित शिकायत दी। चरणजीत कौर ने बताया कि दूसरी शिकायत को भी दो सप्ताह का समय बीत गया लेकिन किसी ने उनकी सुध नहीं ली तो उन्हें धरना देने को मजबूर होना पड़ा है।
चरणजीत ने बताया कि पाइप लाइन टूटने से पानी गलियों व नालियों में बहता रहता है। इसके चलते अधिकतर घरों तक पीने का पानी नहीं पहुंचता। जिन घरों में पानी आता है वह गंदा व बदबूदार होता है और पीने लायक नहीं होता। ग्रामीणों ने बताया कि समस्या को लेकर वे जब भी सरपंच को फोन करते हैं तो वह फोन रिसीव नहीं करता।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि अब भी उनकी समस्या का हल नहीं किया तो उन्हें कोई बड़ा कदम उठाने को मजबूर होना पड़ेगा। प्रदर्शन में भगवान सिंह, दर्शन सिंह, रामकरण, जरनैल सिंह, बलदेव सिंह, वीर सिंह, हरदीप सिंह, गुगली देवी, शिमला देवी, सुच्चा सिंह व रिंकू भी मौजूद थे।
”गांव चाणचक में टूटी पेयजल पाइपों की मरम्मत के लिए ग्राम सचिव प्रवीण कुमार की ड्यूटी लगाई गई है। बुधवार को टूटी हुई सभी पाइपों की मरम्मत करवा दी जाएगी। ग्रामीणों को साफ व स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाना प्रशासन की प्राथमिकता है।”
-जगजीत सिंह, बीडीपीओ, चीका