उचाना, 18 फरवरी (निस)
पंजाब की तरफ से दिल्ली कूच के लिए निकले किसान बेशक से अभी तक दातासिंहवाला बार्डर पार कर जींद जिले की सीमा में प्रवेश नहीं कर पाए हों, लेकिन अब बार्डर के इस तरफ यानि बांगर के गांवों में पंचायतों का दौर शुरू हो चुका है। बांगर के गांव किसानों के समर्थन में उतरने लगे हैं। गांवों में पंचायतें शुरू हो गई हैं और किसानों को समर्थन देने का ऐलान ग्रामीण पंचायत कर करने लगे हैं। दाड़न खाप के समर्थन के बाद उचाना कलां के ग्रामीणों ने भी एकत्रित होकर किसान आंदोलन-2 को अपना समर्थन दिया। घोघड़िया गांव में रविवार को पंचायत हुई। पंचायत के माध्यम से प्रशासन को चेतावनी दी गई कि रविवार शाम को चंडीगढ़ में होने वाली मीटिंग में किसानों की मांगों को लेकर समाधान नहीं हुआ तो फिर जरूरत पड़ी तो गांवों से ही ट्रैक्टर-ट्रालियां भरकर दिल्ली कूच करने से ग्रामीण पीछे नहीं हटेंगे। पंजाब के किसानों का साथ दिया जाएगा।
मंदीप बूरा, पूर्व सरपंच बिजेंद्र, मंजीत नंबरदार, रामकुमार, रघुबीर, नरेंद्र, विक्रम, यज्ञदीप, प्रदीप, अनूप, भोपाल, विक्की ने कहा कि किसान अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं और शांतिपूर्वक धरना देने के लिए दिल्ली जा रहे थे, लेकिन उन्हें दातासिंहवाला बार्डर पर रोक दिया गया। किसानों पर लाठीचार्ज किया गया, आंसू गैस के गोले फेंके गए, वाटर कैनन चलाए जा रहे हैं। जिले के किसान ये किसी भी सूरत में सहन नहीं करेंगे।