दिनेश भारद्वाज
चंडीगढ़, 26 दिसंबर
हरियाणा के सात शहरों में निकाय चुनाव के लिए रविवार को मतदान होगा। पुलिस तथा सिविल प्रशासन ने सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट के साथ पोलिंग पार्टियां शनिवार को बाद दोपहर मतदान केंद्रों में पहुंच चुकी हैं। प्रदेश में कुल सात लाख 80 हजार 662 मतदाता मतदान प्रक्रिया में शामिल होंगे। रविवार को पंचकूला, अम्बाला सिटी और सोनीपत नगर निगम के अलावा रेवाड़ी नगर परिषद, सांपला, धारूहेड़ा और उकलाना नगर पालिका के आमचुनाव होने जा रहे हैं। इंद्री नगर पालिका के वार्ड-7, फतेहाबाद नगर परिषद के वार्ड-14 तथा सिरसा नगर परिषद के वार्ड-29 के उपचुनाव के लिए भी आज ही मतदान होगा। शनिवार को प्रदेश चुनाव आयुक्त के निर्देशानुसार सभी मतदान केंद्रों को सेनेटाइज किया गया। सभी मतदान केंद्रों पर जहां कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं, वहीं कोरोना मरीजों को मतदान के आखिरी एक घंटे में वोटिंग करने का मौका मिलेगा। कोरोना मरीज पीपीई किट पहनकर ही वोट डाल सकेंगे। मतदान प्रक्रिया सुबह आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक चलेगी। कोरोना को देखते हुए आयोग ने मतदान केंद्रों की संख्या में बढ़ोतरी की है। पहले एक मतदान केंद्र पर 1500 तक मतदाता वोट डाल सकते थे, लेकिन इन चुनाव में एक बूथ पर 1000 से अधिक वोटर नहीं होंगे। अम्बाला निगम में 200, पंचकूला में 176 और सोनीपत में 234 पोलिंग बूथ स्थापित होंगे। इसी तरह से रेवाड़ी नगर परिषद के 31 वार्डों के लिए 96 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
प्रदेश के सात निकायों में कुल 136 वार्ड पार्षदों के लिए चुनाव होगा। इनमें से 77 वार्ड अलग-अलग श्रेणियों के लिए आरक्षित हैं। वहीं, 47 वार्डों को महिलाओं के लिए आरक्षित किया है। इनमें से 36 वार्ड सामान्य वर्ग की महिलाओं और 11 अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए रिजर्व रहेंगे। 16 वार्ड अनुसूचित जाति के लोगों के लिए होंगे तो 14 पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित किए हैं।
भाजपा-जजपा व कांग्रेस पार्टी सिंबल पर लड़ रहे तो इनेलो ने छोड़ा रण
प्रदेश में रविवार को होने जा रहे निकाय चुनाव के दौरान सत्ताधारी भाजपा तथा जजपा गठबंधन के अलावा विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा पार्टी सिंबल पर चुनाव लड़ा जा रहा है। तीनों दलों द्वारा निकाय चुनाव के लिए बाकायदा कमेटियों का गठन करके चुनाव लड़ा गया है। इस चुनाव में तीनों दलों के दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है वहीं इनेलो पहले ही चुनावी रण छोड़ चुकी है।