बल्लभगढ़, 6 नवंबर (निस)
प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा सिहोर वाले ने आज जैसे ही कथा में ‘देवा ओ देवा महादेव, महादेवा सारी उम्र करूं तेरी सेवा, बाबा जी मेरी लाज रखना’ गीत गाया तो कथा पंंडाल में पहुंचे शिवभक्त अपने स्थान से खड़े होकर नाचने-गाने लगे। पंडित प्रदीप मिश्रा फरीदाबाद के उद्योगपति प्रवीण पाराशर एवं हेमलता पाराशर की ओर से आयोजित शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन प्रवचन कर रहे थे।
उन्होंने सच्चे सुख का वर्णन करते हुए कहा कि जितने भी पैसे वाले बैठे हों तो उनसे पूछना बड़े और छोटे में क्या फर्क है। बड़े को तनाव, परेशानी रहेगी, लेकिन छोटा खुश है। आप रोड पर कितना भी टैक्स जमा कर दो लेकिन रोड पर रह नहीं सकते हैं, उसी प्रकार संसार के लिए परिवार, कुंटुंब, बेटा-बेटी, अपने पराये के लिए कितना भी कर दो आखिर में ताना सुनने को अवश्य मिलेगा। जबकि शिव पुराण की कथा कहती है कि अगर आपने शंकर को गलती से भी एक लोटा जल समर्पित किया है तो तुम्हारे द्वारा चढ़ाया गया एक लोटा जल आपका कल जरूर बदलेगा और वह जल तुम्हें अवश्य फल देगा।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जब भी हम भगवान शिव का गुणगान करते हैं तो भगवान शिव हमें थोड़ा सा धक्का मार देते हैं और हमारी नैया पार हो जाती है। वहीं अगर आप किसी लक्ष्य को लेकर बैठते हैं, साथ ही हम प्रार्थना करते हैं तो शिव पुराण की कथा कहती है कि अगर वह कार्य नहीं बनता है तो भगवान शिव का धन्यवाद देना चाहिए, क्योंकि हो सकता है हमारे लिए इससे भी अच्छा सोचा हुआ हो। हमारे मन में कभी भी नकारात्मक भाव नहीं आने चाहिए।