कनीना, 22 जुलाई (निस)
कनीना क्षेत्र में सोमवार सायं हुई 16 एमएम बारिश से एरिया में पानी-पानी हो गया। इससे नागरिकों एवं वाहन चालकों की परेशानी बढ़ गई| दूसरी और सूखने के कगार पर पहुंची खरीफ की फसल में पानी लगने से किसानों के चेहरे पर खुशी लौट आई है। इससे पूर्व किसान फसल सिंचाई को लेकर चिंतित थे| कनीना में कमोबेश 48 निचले प्वाइंटों पर बरसात का पानी जमा हो गया। कनीना बस स्टैंड, अस्पताल, बीडीपीओ कार्यालय, रेवाड़ी मोड़, अटेली मोड़, पशु अस्पताल, जोहड़ के समीप, सिटी थाना, स्टेट वेयरहाउस, हनुमान मंदिर के नजदीक सहित अन्य स्थानों पर पानी जमा रहा। बारिश होने से तापमान में 3 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। नगरपालिका कनीना के पूर्व चेयरमैन सतीश जेलदार ने बताया कि समय रहते ड्रेन-माइनर तथा जोहड़ों की सफाई कार्य करवाया जाता तो जलभराव की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।
बहादुरगढ़ में कई जगह जलभराव
बहादुरगढ़ (निस) : सावन माह के पहले दिन सोमवार दोपहर को अचानक मौसम ने करवट बदली। क्षेत्र में 41 एम.एम. बारिश होने से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत तो मिली मगर शहर के कई वार्डों की कॉलोनियों व गलियों में जलनिकासी की व्यवस्था फेल होने से जलभराव हो गया। इसके कारण कॉलोनीवासी व राहगीर परेशान दिखे। कई घरों में बारिश का पानी भी भर गया। सोमवार दोपहर बाद करीब डेढ़ बजे काली घटाएं छाईं और उसके बाद बौछारें पड़ने लगीं। कुछ ही देर बाद तेज बारिश का दौर शुरू हुआ। शहरी क्षेत्र के अनेक वार्डों की कॉलोनियों व सड़कों पर जलभराव की स्थिति बन गई। शहर के अनेक हिस्सों में नाले-नालियों की सही से सफाई न होने के चलते प्रशासन के पानी निकासी के दावों की पोल भी खुलती नजर आई। बारिश के कारण राहगीर परेशान दिखे तो बच्चों से लेकर काफी युवाओं ने बारिश में नहाने का खूब मजा भी लिया। बारिश के दौरान कुछ जगहों पर बिजली गुल भी रही।