यमुनानगर, 5 जुलाई (हप्र)
मानसून आ चुका है, नदी नालों की सफाई चल रही है। वहीं दूसरी ओर यमुनानगर के कई इलाके ऐसे हैं जहां थोड़ी सी बारिश से जलभराव हो रहा है। लोग परेशान हैं नगर निगम से गुहार लगा रहे हैं।
यमुनानगर के सिटी सेंटर एरिया की सड़क की हालत खस्ता है। यहां जल भराव के चलते लोगों का आना-जाना मुश्किल है। लोग नगर निगम के अधिकारियों से अपील कर रहे हैं कि उनकी समस्या की तरफ ध्यान दिया जाए। इसी इलाके से होकर नाला गुजरता है जहां की अभी तक सफाई नहीं हुई। वहीं इसी इलाके में ओपी जिंदल पार्क है जहां भारी संख्या में लोगों का आना-जाना रहता है लेकिन जल भराव के चलते लोग यहां नहीं आ पा रहे।
सड़क कीचड़ से सनी पड़ी है, आसपास के दुकानदार परेशान हैं। उनका कहना है कि इसी इलाके की सड़कों को ऊपर उठाया जाना चाहिए ताकि पानी निकासी हो सके। लोगों का आरोप है कि इलाके की नालों की वर्षों से सफाई नहीं हुई।
वही नगर निगम के कमिश्नर आयुष सिन्हा का कहना है कि यमुनानगर जिला में 54 किलोमीटर के नाले हैं जहां पहले राउंड की सफाई हो चुकी है। उन्होंने बताया कि लगातार नालों की सफाई हो रही है ताकि लोगों को दिक्कत ना आए। उन्होंने बताया कि यमुनानगर के कई निचले इलाके हैं जहां हर साल पानी आता है। इसके लिए 13 पंप की व्यवस्था की गई है, यह पंप इसी इलाके में तैनात रहेंगे। बाढ़ से संबंधित जानकारी के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है।
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता व कांग्रेस के नेता सतपाल कौशिक का आरोप है कि यमुनानगर जगाधरी नगर निगम में भ्रष्टाचार का बोल बाला है। जिस को लेकर लोगों में भारी असंतोष व गुस्सा है। इसलिए नगर निगम कमिश्नर को एक श्वेत पत्र जारी करना चाहिए कि यमुनानगर में विकास के लिए कितनी धनराशि किस-किस कार्य पर खर्च हुई। कौशिक ने कहा कि हरियाणा के सभी शहरों से बदतर स्थिति यमुनानगर जगाधरी नगर निगम की है, क्योंकि यहां न तो कोई पानी निकासी का प्रबंध है, सभी नाले व नालियां भूमिगत हैं, पाइपलाइन बंद है, सीवरेज चौक है। योजना से कोई काम नहीं किया जा रहा है। अधिकारी जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं है।