दिनेश भारद्वाज
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 6 नवंबर
हरियाणा के गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की कार्यशैली पर बादली विधायक कुलदीप वत्स ने गंभीर सवाल उठाए हैं। सदन में शराब घोटाले पर बहस के बीच वत्स ने विज पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘विज साहब, आप नाम, नाम के गब्बर रह गए हैं। आपकी ताकत खत्म हो चुकी है। आपकी नाक के नीचे अत्याचार हो रहे हैं’। उन्होंने एक महिला अधिकारी का जिक्र करते हुए कहा कि वे पांच वर्षों तक एक ही ओहदे पर रहीं और उनकी मां पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे। वत्स ने कहा, ‘मैंने इस बारे में सीएम को भी लिखा और विज को भी लिखित में दिया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई’। इस मुद्दे पर घरौंडा विधायक हरविंद्र सिंह कल्याण ने विज का समर्थन करते हुए वत्स के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इसके चलते कल्याण और वत्स में तीखी बहस हुई। बाद में विज ने कहा, मैं गब्बर नहीं, अनिल विज हूं। मैं तो काम शुरू करता हूं, उसे खत्म करके ही दम लेता हूं।
अधिकारी कर रहे फोन रिकार्ड
बादली विधायक कुलदीप वत्स ने गंभीर आरोप जड़ते हुए कहा कि अधिकारियों द्वारा विधायकों के फोन रिकार्ड किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक के पास इतना अधिकार भी नहीं रहा कि वे किसी अफसर को फोन कर सकें। वे अपने हलके की बात भी नहीं उइा सकते। फोन रिकार्ड करके उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों के साथ इस तरह का व्यवहार पूरी तरह से गलत है।
रूल्स पर स्पीकर और कादियान भिड़े
ध्यानाकर्षण प्रस्ताव और कृषि कानूनों पर शॉर्ट ड्यूरेशन नोटिस पर स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता व बेरी विधायक डॉ़ रघुबीर सिंह कादियान में टकराव देखने को मिला। कादियान इस बात पर अड़े थे कि विपक्ष के प्रस्ताव को मंजूर किया जाए लेकिन स्पीकर ने कहा कि इस पर सीएम की ओर से सदन में प्रस्ताव आएगा। कादियान ने रूल-171 का हवाला देते हुए कहा कि विपक्ष यह प्रस्ताव ला सकता है। इसी दौरान महम विधायक बलराज कुंडू ने किसानों के मुद्दे पर दिए अपने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर सरकार को घेरा। वे स्पीकर से बहस करते हुए स्पीकर वेल तक पहुंच गए। स्पीकर उन्हें बार-बार अपनी सीट पर जाने की चेतावनी देते रहे।
जब स्पीकर और हुड्डा में हुई बहस
विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सदन में जहरीली शराब से चालीस लोगों के मरने, बर्दाश्त पीटीआई शिक्षकों, किसानों के आंदोलन का मुद्दा सदन में उठाया। उन्होंने किसानों के मुद्दे पर चर्चा करवाने की मांग की। इस पर स्पीकर ने कहा, आप लोग पहले तय कर लें कि किस मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं। कभी शराब की बात करते हैं, कभी किसान की तो कभी पीटीआई और ग्रुप-डी कर्मियों की। इससे भड़के कांग्रेस विधायक अपनी सीटें छोड़कर स्पीकर वेल तक आ पहुंचे। स्पीकर की हुड्डा के अलावा कांग्रेस के कई विधायकों से बहस हुई। रोहतक विधायक बीबी बतरा को तो स्पीकर ने नियमों का पाढ पढ़ाते हुए कहा, बतरा जी आप तो वकील हैं, विधानसभा के नियमों को अच्छे से जानते हैं।
‘धनखड़ के ड्राइवर से भी मांगे पैसे’
इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने रजिस्ट्री में घोटाला करने और लोगों से रजिस्ट्री के नाम पर पैसे लेने के आरोप जड़े। उन्होंने कहा, आज एक व्यक्ति मेरे पास आया और उसने कहा कि सोनीपत में तहसीलदार उसकी रजिस्ट्री नहीं कर रहा। वह पूरी फीस भी जमा करवा चुका है। अभय ने कहा, यह व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ का ड्राइवर रहा है। खुद धनखड़ ने भी तहसीलदार को फोन किया लेकिन फिर भी उसकी रजिस्ट्री नहीं हुई। उससे पैसे मांगे जा रहे हैं।
‘आप सदन को हाईजेक नहीं कर सकते’
नारनौंद से जेजेपी विधायक रामकुमार गौतम अपने चिर-परिचित अंदाज में ही नज़र आए। ठेठ हरियाणवी व देसी लहजे में उन्होंने कई अहम मुद्दों पर सरकार को घेरा। इस दौरान स्पीकर के साथ उनकी बहस भी हुई। स्पीकर ने समय का हवाले देते हुए उन्हें बोलने से रोका। बार-बार कहने पर भी गौतम नहीं रुके तो स्पीकर ने यहां तक कह दिया कि आप इस तरह से सदन को हाईजेक नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में फंसे नेताओं व अधिकारियों के मामलों की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होनी चाहिए।
चालू पुलिस भर्ती पर लागू हों नये नियम
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के युवाओं को पुलिस भर्ती में 5 वर्ष की छूट देने की सीएम की घोषणा की सराहना करते हुए डबवाली विधायक अमित सिहाग व नारनौंद विधायक रामकुमार गौतम ने चालू पुलिस भर्ती में भी नये नियमों को लागू करने की मांग की। साथ ही, आउटसोर्सिंग पॉलिसी को खत्म करके ठेकेदारों की बजाय सीधे सरकार द्वारा कर्मचारियों को वेतन का भुगतान करने की मांग उठी। गौतम ने कहा कि ठेकेदारों द्वारा ठेका कर्मियों का शोषणा किया जा रहा है। वे तनख्वाह में से पैसा मांग रहे हैं।