सोनीपत, 10 जुलाई (निस)
भाकियू नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को कहा कि कृषि कानूनों काे लेकर किसान बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन यह भी तय है कि हम केंद्र सरकार की शर्तों पर बात नहीं करेंगे। वे कुंडली बॉर्डर पर किसान नेताओं के साथ बातचीत कर रहे थे। टिकैत ने किसान मोर्चा के वरिष्ठ नेताओं को उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकारों को इन राज्यों से उखाड़ फेंकेंगे।
टिकैत के कुंडली बाॅर्डर धरने पर पहुंचने पर आंतिल खाप समेत अनेक किसान संगठनों ने उनकी अगुवाई की। संयुक्त किसान मोर्चा के मुख्य मंच से टिकैत ने कहा कि सरकार कितना भी षड्यंत्र रच ले, किसान पीछे हटने वाले नहीं हैं। कृषि कानूनों को हर हाल में रद्द करना होगा। जब तक ये कानून रद्द नहीं होंगे किसान धरनास्थलों से हटने वाले नहीं हैं।
टिकैत ने दोहराया कि 22 जुलाई से संसद के मानसून सत्र के दौरान रोजाना 200 किसान धरनास्थलों से संसद पहुंचेंगे और वहां पर प्रदर्शन करेंगे। ये किसान बसों या कारों में सवार होकर संसद तक जाएंगे। इस दौरान ट्रैक्टरों का इस्तेमाल नहीं होगा। उन्होंने हरियाणा सरकार के मंत्रियों को बड़बोले करार दिया। टिकैत ने कहा कि फिलहाल गर्मी ज्यादा है। मौसम में सुधार होते ही धरनास्थलों पर पहले की तरह किसानों की भारी भीड़ आ जाएगी। ठंड में ही सरकार का इलाज किया जाएगा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सरकार वैक्सीन की दो डोज दे रही है, लेकिन किसान सरकार को दवाई की 3 डोज देंगे।
टिकैत ने कहा कि पंजाब के किसान संगठनों के एक होने का असर यह हुआ कि देशभर में किसान एक हो गए। हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के किसान संगठन एक होकर लड़ाई में कूद पड़े हैं। ऐसे में किसानों की जीत निश्चित है। उत्तर प्रदेश में चुनाव के दौरान गुंडागर्दी देखने को मिली। यहां प्रत्याशियों को पर्चा ही नहीं भरने दिया गया और उन्हें मार कर भगा दिया।