चंडीगढ़, 15 अप्रैल (ट्रिन्यू)
हरियाणा में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने कई अहम फैसले लिए हैं। शादी के कार्यक्रम अब रात की बजाय दिन में होंगे। जो लोग पहले से रात की शादी फिक्स कर चुके हैं, उन्हें टाइमिंग बदलनी होगी। इसी तरह से नवरात्र में रात के समय होने वाले धार्मिक कार्यक्रम भी दिन में ही हो सकेंगे। सभी जिलों के डीसी को इसे सख्ती के साथ लागू करने के आदेश दिए गए हैं।
शादी समारोह के अलावा अंतिम संस्कार में जुटने वाली भीड़ को अब और भी कम कर दिया है। बृहस्पतिवार को सीएम मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में हुई हाई लेवल मीटिंग में यह फैसला लिया गया। बैठक में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला मौजूद रहे। वहीं, गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक से जुड़े। सभी जिलों के डीसी भी वीसी के जरिये कनेक्ट हुए। सीएम ने मंडियों में चल रही फसलों की खरीद की भी समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि दिनों-दिन बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए कड़ी सावधानी बरतनी होगी। पिछले साल लॉकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियां रुक गई थीं। इन्हें पटरी पर आने में लगभग 6 महीने लग गए। इसलिए हमें इस बात का ध्यान रखना है कि प्रदेश में आर्थिक चक्र भी चलता रहे और किसी की जान भी न जाए। सीएम ने कहा कि हमें इस बात का भी ध्यान रखना है कि कौन सी चीज अपरिहार्य है और किस चीज को टाला जा सकता है। इस बार कोरोना का विस्तार शिक्षण संस्थानों से शुरू हुआ है, इसलिए वहां अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है।
सार्वजनिक समारोहों में भीड़ को भी कम करने की जरूरत है। सरकार ने फैसला लिया है कि अब सार्वजनिक समारोह में खुले में 200 और इंडोर में 50 से अधिक लोग इकट्ठे नहीं हो सकेंगे। अंतिम संस्कार में भी 20 से अधिक लोग शामिल नहीं होंगे। उन्होंने सभी डीसी को निर्देश दिए कि वे जिलों में एडवाइजरी जारी कर रात के समय होने वाले शादी समारोहों का समय बदलकर दिन में करें। नवरात्र के कार्यक्रम भी रात की बजाय दिन में आयोजित किए जाएं।
दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन पर सीएम ने कहा कि आंदोलन करना हर व्यक्ति का संवैधानिक अधिकार है। आंदोलन करने वालों से हमारा कोई विरोध नहीं है, लेकिन हर काम का अपना समय होता है। इस समय कोरोना के चलते जीवन का संकट हो सकता है, इसलिए आंदोलन करने के लिए यह समय सही नहीं है। सीएम ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि मानवीयता के नाते इस समय वे अपना आंदोलन वापस लें। अगर अपनी किसी मांग के लिए उन्हें धरने या प्रदर्शन करने हैं तो ये हालात ठीक होने पर भी किए जा सकते हैं।
उन्होंने उपायुक्तों को भी निर्देश दिए कि वे आंदोलनरत किसानों से संपर्क करके उन्हें मनाने की कोशिश करें। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा कि जरूरत पड़ने पर ही घरों से निकलें। जब भी घर से बाहर निकलें तो मास्क, सेनेटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। प्रदेश में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और बैड की समुचित व्यवस्था है। इसलिए लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। सीएम ने कहा कि कल विभिन्न राज्यों के राज्यपालों के साथ हुई बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने रेडक्रॉस को सक्रिय किए जाने की बात कही है।
वालंटियर व एक्स सर्विसमैन की लेंगे मदद
सीएम ने संकेत दिए कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार वालटियर, एक्स सर्विसमैन और सक्षम युवाओं का भी सहयोग लेगी। इसके लिए, डीसी को हिदायतें भी दी हैं। हाल ही में जिस तरह से कोरोना की गति बढ़ी है, उसे देखते हुए कांटेक्ट ट्रेसिंग करना बेहद जरूरी है। बैठक में मुख्य सचिव विजय वर्धन, सीएम के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल सहित कई विभागों के प्रशासनिक सचिव व सीएमओ के अधिकारी भी मौजूद रहे।
खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ाएं डीसी
प्रदेश की मंडियों में चल रही खरीद फसलों की खरीद की समीक्षा करते हुए सीएम ने सभी डीसी को निर्देश दिए कि वे परचेज सेंटर बढ़ाएं। डीसी सुनिश्चित करें कि किसानों की फसलों की खरीद जल्द हो और मंडियों में भीड़ न हो। सीएम ने कहा कि कई जिलों में उठान कम हो रहा है। उन्होंने सोनीपत, पानीपत, हिसार, जींद, सिरसा, दादरी, फतेहाबाद, गुरुग्राम और पलवल डीसी को सख्त निर्देश देते हुए कहा, आगामी शनिवार को बारिश के आसार बन रहे हैं। ऐसे में उठान का कार्य जल्द निपटाएं।