ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 8 मई
भाजपा की गठबंधन सहयोगी जेजेपी नेता व सरकार में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला ने स्पष्ट कर दिया है कि वे आगे भी भाजपा के साथ ही मिलकर चलेंगे। अगले निकाय व पंचायत चुनाव तो क्या, उन्होंने तो 2024 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव भी मिलकर लड़ने के संकेत दे दिए हैं। दुष्यंत के अनुसार, भाजपा-जजपा गठबंधन के रिश्ते मधुर हैं और दोनों पार्टियां मिलकर लम्बा चलेंगी।
रविवार को चंडीगढ़ में मीडिया से रूबरू हुए दुष्यंत ने गठबंधन के रिश्तों और दोनों पार्टियों के चुनावी घोषणा-पत्र में किए वादों से जुड़े सवाल पर यह जवाब दिया। निकाय व पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों को लेकर उन्होंने कहा कि इससे पहले हुए तीन नगर निगम, एक नगर परिषद और तीन नगर पालिकाओं के चुनाव दोनों पार्टियों ने मिलकर लड़े थे। बरोदा और ऐलनाबाद विधानसभा के उपचुनाव भी गठबंधन मिलकर लड़ चुका है।
विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए दुष्यंत ने कहा, ‘जब गठबंधन करके सरकार बनाई गई तो कहा गया कि यह समझौता एक महीने में टूट जाएगा। फिर तीन माह, छह माह और एक साल का समय दिया गया। अब कहते हैं कि कुछ दिनों की मेहमान है। गठबंधन ने ढाई वर्षों तक बिना विवाद के कामयाबी से सरकार चलाई है और अगले ढाई साल भी इसी तरह से चलेगी’। निकाय व पंचायत चुनावों को लेकर उन्होंने कहा कि निकाय चुनावों के लिए सरकार पहले ही राज्य चुनाव आयोग को सहमति दे चुकी है।
अभी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में केस लंबित है और 10 मई को सुनवाई होनी है। पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव नये नियमों के तहत करवाए जाने की परमिशन हाईकोर्ट से मिल चुकी है। सभी जिलों के डीसी से तैयारियों को लेकर रिपोर्ट मांगी गई है। उपायुक्तों की रिपोर्ट आने के बाद पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों के लिए भी राज्य चुनाव आयोग को अनुशंसा भेजी जाएगी। इन चुनावों की तारीख को लेकर उन्होंने कुछ स्पष्ट नहीं बताया।
मंडियों में सरसों लेकर आए महज 8 किसान
मंडियों में गेहूं व सरसों की आवक इस बार काफी कम हुई है। पचास प्रतिशत कम गेहूं मंडियों में पहुंचा है। वहीं सरसों का एक भी दाना मंडियों में नहीं बिका। प्रदेशभर की मंडियों में कुल आठ किसान सरसों की फसल लेकर आए थे लेकिन मार्केट में अधिक रेट मिलने पर उनकी सरसों भी ओपन मार्केट में बिकवाई गई। मंडियों में गेहूं की खरीद 15 मई तक होती है लेकिन अब आवक नहीं होने की वजह से छोटी मंडियों को 10 तक बंद करने का निर्णय लिया है। केवल बड़ी मंडियां ही पंद्रह तक खुली रहेंगी।
जीएसटी कलेक्शन में 5वें पायदान पर
आबकारी एवं कराधान मंत्री होने के नाते दुष्यंत ने कहा कि पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष जीएसटी कलेक्शन 16 प्रतिशत से अधिक हुआ है। हरियाणा, देशभर में पांचवें पायदान पर है। पिछले साल 20 हजार 507 करोड़ जीएसटी से आए थे और इस वर्ष 35 हजार 390 करोड़ रुपये जुटाए हैं। एक्साइज से प्रदेश में पुरानी पॉलिसी से लगभग 7800 करोड़ रुपये आए और नई पॉलिसी से 9200 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है। सभी प्रकार की लीकेज बंद किए हैं।