मदन लाल गर्ग/हप्र
फतेहाबाद, 4 अप्रैल
सरकारी एजेंसियों ने प्रदेश में गेहूं की सरकारी खरीद शुरू कर दी है लेकिन ज़िला फतेहाबाद में अभी गेंहू आने में एक सप्ताह की देरी है। फिलहाल तो फतेहाबाद की अनाज मंडी धान से अटी पड़ी है। धान के साथ सरसों की फ़सल भी मंडी में पहुंच रही है। इस बार जिले की 7 मंडियों व 45 खरीद केन्द्रों पर गेहूं की खरीद की जाएगी। हालांकि मौसम में आ रहे उतार-चढ़ाव को लेकर फतेहाबाद की मंडियों में गेहूं की फसल आने में अभी 6-7 दिन का समय ओर लग सकता है। मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर किसानों ने अब तक 3 लाख 97 हजार एकड़ भूमि का पंजीकरण करवाया है।
माना जा रहा है। 20 फीसदी किसानों ने अभी तक पोर्टल पर पंजीकरण नहीं करवाया है। ऐसे में इन किसानों को गेहूं बेचने में काफी दिक्कत आएगी।
धड़ाधड़ पहुंच रहा धान
अभी तक फतेहाबाद की अनाज मंडी में धान की आवक हो रही है। पहले धान के दामों में कमी के चलते किसानों ने धान घरों में स्टॉक कर रखा था। अब दामों में बढ़ोतरी होने से धान धड़ाधड़ मंडियों में पहुंचने लगा है। मंडी में फिलहाल जगह पर्याप्त है तो एकाएक धान की आवक बढ़ गई।
गेंहू के सीजन में मंजर यह है कि एक दिन में धान की आवक 3500 से 4 हजार क्विंटल तक हो रही है। इसके साथ सरसों की आवक भी 700 से एक हजार क्विंटल तक प्रति दिन हों रही है। मार्किट कमेटी फतेहाबाद के सचिव यशपाल मेहता का कहना है कि गेहूं के सीजन में किसानों को धान लाने से मना कर दिया जाएगा।
अनाज मंडी व्यापार मंडल के प्रधान जगदीश भादू के अनुसार किसानों से सरकार सरसों की खरीद मार्केटिंग सोसायटी के जरिए कर रही है। इससे आढ़तियों को कमीशन का नुकसान हो रहा है। उनकी मांग है कि सरकार आढ़तियों की मार्फत सरसों खरीदे ताकि आढ़तियों का व्यापार चलता रहे। इसके अलावा गेहूं की दामी 56 रुपये बनती है लेकिन सरकार उन्हें केवल 46 रुपये दे रही है जोकि गलत है।
दूसरी ओर मंडियों में अभी न सड़कें साफ हैं और न ही पीने के पानी की कोई व्यवस्था। अतिरिक्त अनाज मंडी में तो लाइटिंग की भी व्यवस्था नहीं है। किसानों के आराम के लिए न तो अलग से कोई व्यवस्था है न कोई कैंटीन ।
” गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी है। जिले में 10 अप्रैल से पहले गेहूं आने की कोई उम्मीद नहीं है। अभी यहां गेहूं हरी है। जिले में 45 खरीद केंद्रों और 7 मंडियों में खरीद होगी। इस बार 7 लाख एमटी गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया है। बारदाना भी मंडियों में पहुंच चुका है। ” -विनीत जैन, डीएफएससी फतेहाबाद