मंडी अटेली, 7 अक्तूबर (निस)
प्रदेश में अगली सरकार व लोकप्रिय विधायक चुनने के लिए अटेली विधानसभा से 8 प्रत्याशियों ने अपना भाग्य आजमाया है। इस सीट पर भाजपा की आरती राव, बसपा के ठाकुर अतरलाल और कांग्रेस की अनीता यादव में से किस पर मंगल भारी पड़ेगा, और कौन बाज़ी मारेगा इसका फैसला मंगलवार को होगा। यहां से 2 लाख 7 हजार मतदाताओं में 1 लाख 43 हजार 275 मतदाताओं ने मत का प्रयोग किया। यहां से मुख्य मुकाबला बसपा से ठाकुर अतरलाल, कांग्रेस से अनीता यादव, भाजपा से आरती राव के बीच है। ठाकुर अतरलाल पिछली बार यहां से बसपा के निशान पर दूसरे नंबर पर रहे थे।
भाजपा ने यहां से सिटिंग विधायक सीताराम की टिकट काट कर केंद्रीय राज्य मंत्री राव इद्रजीत सिंह की पुत्री आरती राव को मैदान में उतारा, वहीं कांग्रेस ने पूर्व सीपीएस अनीता यादव पर विश्वास जताकर टिकट प्रदान की। बसपा के ठाकुर अतरलाल अटेली से तीसरा चुनाव लड़ रहे है, पिछले चुनाव में 37 हजार से ज्यादा वोट प्राप्त दूसरे नंबर रहे थे। अबकी बार भी पूरे दमखम से चुनाव लड़ा है। पिछले 15 सालों से ठाकुर अतरलाल जनता के बीच रहकर एक खास जगह बनायी। अटेली विधानसभा अहीर बाहुल्य क्षेत्र है, अनुमान के अनुसार अहीर मतदाताओं की संख्या करीब 85 हजार है जो सर्वाधिक है। यहां से लड़ने वाले 8 प्रत्याशियों में अधिकतर यादव ही थे लेकिन केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह यादवों के बड़े नेता होने के कारण यादव मतदाताओं का रूझान इनकी तरफ देखा गया, यहां से उनकी पुत्री आरती राव चुनाव लड़ रही है।
आरती राव को जब टिकट प्रदान की उस समय उन पर बाहरी होने का ठप्पा लगा, भाजपा के अनेक टिकटार्थियों ने खुल कर विरोध किया लेकिन बाद में केंद्रीय राव इंद्रजीत सिंह ने प्रचार के दौरान अपने को व उनके पिता पूर्व सीएम राव बिरेंद्र को यहा से गहरा नाता दिखा कर विपक्षियों के बाहरी होने के प्रचार को कमजोर कर दिया। वहीं कांग्रेस की प्रत्याशी पूर्व सीपीएस अनीता यादव भी यादव बिरादरी से ताल्लुक रखती हैं। बसपा-इनेलो के प्रत्याशी ठाकुर अतरलाल जो राजपूत जाति से हैं, उनके समाज के करीब 18000 वोट हैं जिनका मन अतरलाल की तरफ देखा गया। बसपा की टिकट पर होने के कारण एसएसी मतदाताओं का पक्ष भी ज्यादा इन्हीं तरफ माना जा रहा है। अगर ठाकुर अतर लाल विजयी होते है तो यहा गैर अहीर विधायक होगा। अगर आरती राव जीतती हैं तो अपने दादा राव बिरेंद्र सिंह की सीट पर प्रतिनिधित्व करने का उन्हें मौका मिलेगा।