गोहाना, 23 फरवरी (निस)
बरोदा थाने के घड़वाल गांव में 9 महीने पहले दुल्हन बन कर आई युवती ने कथित रूप से अपने पति की धुनाई करवा दी। पीड़ित का आरोप है कि उसकी धुनाई करवाने के लिए उसकी पत्नी कार में 3 अज्ञात व्यक्तियों को लेकर आई। गंभीर रूप से घायल युवक को शहर के सिविल अस्पताल में लाया गया। वहां से उसे गांव खानपुर कलां स्थित महिला मेडिकल काॅलेज के अस्पताल में रैफर कर दिया गया।
घड़वाल गांव निवासी संदीप ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी पिछले साल मई में दिल्ली के झंडेवालां की नेहा से हुई थी। शादी के बाद से दोनों में मनमुटाव हो गया। उसके बाद नेहा ने थाने में संदीप के खिलाफ मारपीट का केस भी दर्ज करवा दिया था। कुछ समय के लिए नेहा मायके में चली गई। इस समय वह घड़वाल गांव में उसी के घर में रह रही है।
रात को सैर करते समय किया हमला: संदीप के अनुसार वह नूरनखेड़ा गांव की तरफ के रास्ते पर रात को सैर करने के लिए गया। जब वह वापस घर लौट रहा था, उसे गांव के सरकारी प्राइमरी स्कूल के पास एक कार खड़ी दिखाई दी। कार में उसकी पत्नी भी बैठी थी। कार से तीन व्यक्ति उतरे और डंडों से उसे पीटने लगे। नेहा ने उन व्यक्तियों को कहा कि इसे जान से मार दो। मारपीट में वह बेहोश हो गया। बाद में मौके पर पहुंचे संदीप के चाचा भीष्म ने उसे गोहाना के नागरिक अस्पताल में पहुंचाया। पुलिस ने संदीप की पत्नी नेहा और 3 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नानी एवं मौसी ने धोखे से करा दी नाबालिग की शादी
झज्जर (हप्र) : झज्जर के बेरी क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की की उसकी मौसी व नानी ने शादी करा दी। बताया जाता है कि इस नाबालिग लड़की का पिता किसी आरोप में जेल में बंद है और उसकी मां छत्तीसगढ़ में रहती है। आरोप है कि इसी माह धोखे से इस नाबालिग की शादी बेरी क्षेत्र में किसी गांव में रचा दी गई। शादी के बाद से नाबालिग के साथ उसका भाई भी उसकी ससुराल में रह रहा था। मामले में किसी ने शिकायत चाइल्ड हेल्प लाइन पर कर डाली। मामला संज्ञान में आते ही बाल कल्याण परिषद समिति की टीम ने पुलिस की मदद से नाबालिग की ससुराल में जाकर नाबालिग का रेस्क्यू कराया। अधिकारियों की माने तो जब उन्होंने मौके पर जाकर देखा तो पाया कि दोनों ही बच्चे काफी दबाव में थे और वहां पर रहना नहीं चाहते थे। पुलिस की मदद से दोनों बच्चों का वहां से रेस्क्यू कर बहादुरगढ़ के उमंग जगन्नाथ आश्रम में भेजा गया है। समिति की तरफ से पूरे मामले की जांच की जा रही है। अधिकारियों के अनुसार मामले की सच्चाई का पता चलते ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है।