घरौंडा, 6 जून (निस)
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि अगर सरकार किसानों से बातचीत करने के लिए बुलाती है तो वे सरकार से बातचीत करने जरूर जाएंगे। सरकार अभी तक बातचीत का कोई न्योता नहीं भेज रही है। इसलिए वे जबरदस्ती सरकार से बात करने नहीं जाएंगे।
चढ़ूनी अम्बाला से किसानों के काफिले के साथ दिल्ली सिंघु बॉर्डर के लिए रविवार को जाते समय बसताड़ा टोल प्लाजा पर कुछ देर के लिए रुके और यहां उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा कि अम्बाला के किसानों का काफिला सिंघु बार्डर पर पहुंचकर आंदोलन का हिस्सा बनेगा। चढ़ूनी ने टोहाना के विधायक देवेंद्र बबली के मामले पर कहा कि विवाद को लेकर विधायक ने माफी मांग ली है, इसलिए मामला निपट गया है। चढूनी ने कहा कि भाजपा नेता किसानों के बीच फूट की बात कहकर आंदोलन को कमजोर करने की साजिश रच रहे है लेकिन किसान एकजुट है। इस दौरान टोल प्लाजा पर हजारों वाहन इकट्ठा हो गए। इसमें रोडवेज की बसें, ट्रक व अन्य वाहन फंस गए।