उचाना, 31 दिसंबर (निस)
एसवाईएल पानी पर बोलते हुए इनेलो प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि एसवाईएल का पानी जरूर प्रदेश में आएगा, लेकिन भाजपा, कांग्रेस नहीं लेकर आ सकती।
एसवाईएल के पानी को लेकर प्रयास स्व. देवीलाल, ओमप्रकाश चौटाला ने किया। नेता प्रतिपक्ष होते हुए मैंने (अभय चौटाला) लड़ाई लड़ी।
हमारा राज आने पर जिन्होंने हमारा पानी रोक रखा है, हम उनके रास्ते बंद कर देंगे, दिल्ली को पानी बंद कर देंगे तब तक बंद रखेंगे जब तक हमारा पानी हमें नहीं मिलता। वे उचाना में आयोजित इनेलो के प्रदेशस्तरीय महिला आक्रोश सम्मेलन में पहुंचे थे।
इनेलो के इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनने के सवाल पर बोलते हुए अभय चौटाला ने कहा कि हमारा अभी ऐसा कोई फैसला नहीं है, न इस बात को लेकर चर्चा की। हमारे पास कोई खुद चलकर बिना स्वार्थ, साफ मन से आएगा तो हम उससे बात करेंगे, अन्यथा इनेलो अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी।
जब विधानसभा चुनाव आएगा तो उचाना हलके से इनेलो सीएम उम्मीदवार उतारेगी वह निश्चित रूप से प्रदेश का सीएम बनेगा।
प्रदेश की महिलाएं मौजूदा गठबंधन शासन से तंग
इनेलो राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि आज मौजूदा सरकार से हर वर्ग दु:खी है। प्रदेश में इनेलो की सरकार बनाने में महिलाओं का बहुत बड़ा योगदान रहेगा। जहां उन्होंने महिलाओं से 2024 में इनेलो की सरकार बनाने के लिए निवेदन किया, वहीं सरकार बनने पर ताऊ देवीलाल की नीतियों को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा। उचाना की कपास मंडी में इनेलो द्वारा आयोजित प्रदेशस्तरीय महिला आक्रोश सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सम्मेलन में महिलाओं ने पहुंच कर इस बात को दर्शाने का कार्य किया कि आज प्रदेश की महिलाएं मौजूदा गठबंधन शासन से तंग आ चुकी हैं। इनेलो महिला प्रदेश प्रधान महासचिव सुनैना चौटाला ने कहा आज प्रदेश में कहीं भी जाकर यदि आप लोगों से सवाल पूछोगे कि बुढ़ापा पेंशन किसने शुरू की, जच्चा-बच्चा स्कीम किसने शुरू की, दलित व पिछड़ा वर्ग के लोगों के लिए किसने चौपालें बनवाई, अनेक प्रकार के टैक्स किसने हटवाए, आपके सामने एक ही नाम आएगा ताऊ देवीलाल का। इनेलो वरिष्ठ महिला नेता कांता चौटाला ने कहा कि प्रदेश में किस नेता को सत्य व त्याग की मूर्ति माना जाता है तो नाम आएगा अभय सिंह चौटाला। इस मौके पर नफे सिंह राठी, कांता चौटाला, उमेद लोहान, सुमित्रा देवी, रामफल कुंडू, सूबे सिंह लोहान, कर्ण सिंह अलेवा, जस्सा नगूरां, सुदेश कंडेला, ऊषा मोर, वीरभान झील, प्रदीप पालवां, धर्मबीर उचाना, राजेश बड़ौदा, राजेंद्र पेगां, मानव डूमरखां, सुनील छापड़ा, सुरेंद्र मोर, भीम सिंह छातर, वेद, कृष्ण, राजपाल लोहान, सुरेंद्र बड़ौदा, रामचंद्र काकड़ोद, बलराम खापड़, राजा डूमरखा, पाल झील, बोपल छातर, कुलदीप संडील मौजूद रहे।