सोनीपत, 16 फरवरी (हप्र)
कृषि कानूनों के विरोध में मंगलवार को मोहाना में महापंचायत का आयोजन किया गया। इसमें आसपास के 40 गांव के प्रतिनिधि पहुंचे और तय किया कि वह धरनास्थल पर पहुंच कर किसानों को समर्थन देंगे और हल निकलने तक वहां पर धरना देंगे। किसानों ने तीन कृषि कानूनों के साथ-साथ बिजली बिल 2020 का भी विरोध किया।
मोहाना की अनाज मंडी में किसान मजदूर संघर्ष समिति की ओर से महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत में 40 गांवों के किसान प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
महापंचायत में निर्णय लिया गया कि जब तक सरकार किसान विरोधी काले कानून वापस नही लेती, तब तक आंदोलन को हर हाल में जारी रखा जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 18 फरवरी को सोनीपत में भी रेल रोकने का फैसला किया गया। इस मौके पर किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष श्रद्धानंद सोलंकी, हंसराज राणा, रविंद्र, बिजेंद्र सिंह, मास्टर रामकिशन, सत्यवान पहलवान तथा पूर्व सरपंच रामफल ने भी पंचायत में अपने विचार रखे।
एकजुटता के चलते मिलेगी जीत अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यवान ने कहा कि भाजपा सरकार आंदोलन का विफल बनाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। लेकिन किसानों की एकजुटता के चलते आंदोलन सफलतापूर्वक चल रहा है। इसलिए यह किसानों की जीत है। इस आंदोलन की बागडोर किसी एक नेता के हाथ में न होकर किसानों के हाथ में है। महापंचायत का संचालन कर रहे मास्टर ईश्वर दहिया ने कहा कि इस आंदोलन की जीत हमारी जिंदगी है। हमें हर हाल में एकजुटता के साथ आंदोलन जारी रखना होगा।