नरवाना, 8 मार्च (अस)
नये कृषि कानूनों के खिलाफ बद्दोवाला टोल प्लाजा पर चल रहे किसानों के धरने में सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में धरने की कमान महिलाओं के हाथों में रही। इस दौरान महिलाओं ने दिनभर हरियाणवी गीतों, लोकगीतों, रागनियों, कविताओं व भाषण का दौर चलाया। महिला नेता डिंपल ने बताया कि समय-समय पर अनेक महापुरुषों ने नारी उत्थान के लिए संघर्ष किया और नारी को सक्षम बनाया। महिला किसान सनी बेलरखा ने कहा कि केंद्र की सरकार ने तीन नए कृषि कानून लागू करके अन्नदाता को आंदोलन के लिए मजबूर किया है।
खटकड़ टोल पर जुटी महिलाएं
उचाना/जींद (हप्र) : एचएच 352 पर सोमवार को खटकड़ टोल पर किसानों के धरने पर महिला दिवस मनाया गया। महिलाओं ने की धरने की अध्यक्षता की तथा मंच संचाल व वक्ता भी महिलाएं ही रहीं। अध्यक्षता शीला छातर व परमेश्वरी ने संयुक्त रूप से की। हरियाणावी वेषभूषा में धरने पर विभिन्न गांवों से महिलाएं पहुंची। कविता सरपंच, सिक्किम सफा खेड़ी ने कहा कि किसान आंदोलन में महिलाएं भी पुरूषों के बराबर कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं। घर के काम के अलावा खेत का काम भी महिलाएं खुद संभालेंगी।
खेत-खलिहान से लेकर आंदोलन के मंच तक…
कलायत (निस) : गांव शिमला में भाकियू के आह्वान पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को किसान दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम में गांव खरक रामगढ़, खरल समालपुर, मटौर कुराड व अन्य गांव से बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुई। महिलाओं ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। इस मौके पर किसान नेता यूनियन प्रधान जिले सिंह, कृष्ण मोर, सुभाष मोर और यूथ पावर गु्रप से आशीष मोर ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। महिलाओं ने कहा कि खेत खलिहान से लेकर वे आंदोलन के मंच पर मुखर होकर भागीदारी कर रही हैं।