ऐलनाबाद, 20 जून (निस)
तहसील कार्यालय नाथूसरी चौपटा में बीमा क्लेम व मुआवजे को लेकर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले चल रहे अनिश्चितकालीन धरने के 48 वें दिन किसानों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने धरने में शिरकत की। कई गांवों की महिलाओं ने अपने-अपने गांव से पैदल चलकर धरना स्थल पर पहुंचकर समर्थन दिया। किसानों ने सैकड़ो ट्रैक्टरों के साथ नाथूसरी चौपटा में ट्रैक्टर मार्च निकालकर रोष प्रदर्शन किया।
चढ़ूनी ने कहा कि तानाशाही सरकार से मांगें मनवाने के लिए किसानों को भूखा रहने की जरूरत नहीं है बल्कि पूरी मजबूती से सरकार के साथ लड़ने की जरूरत है। युवा किसान नेता रवि आजाद ने भी धरने में शिरकत कर किसानों का समर्थन किया। सरपंच संगठन की तरफ से प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष बैनीवाल, नाथूसरी कलां की सरपंच रीटा कासनियां, जसकरण सिंह सहित सभी सरपंचों ने धरना स्थल पर पहुंचकर किसानों को समर्थन दिया। वहीं, शिव मंदिर धर्मशाला नाथूसरी चौपटा में भूख हड़ताल पर बैठे पांचों किसानों को सीटीएम अजय कुमार ने जूस पिलाकर आठवें दिन आमरण अनशन तुड़वाया।
इस दौरान किसानों ने कहा कि जब तक बीमा क्लेम उनके खातों में नहीं आएगा धरना जारी रहेगा।
कर्ज तले दबे एक लाख किसानों ने की आत्महत्या : चढ़ूनी
शाहाबाद मारकंडा (निस) : भाकियू चढ़ूनी के राष्ट्रीयाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि भाजपा शासनकाल में देश में कर्ज तले दबे लगभग एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। उन्होंने रहस्योद्घाटन किया कि देश में किसानों पर आज 8 लाख करोड़ रुपये कृषि कर्जा है, जिससे प्रतिदिन 33 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार देश के किसानों को संपूर्ण कर्जमुक्त करे। जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार बहुत कम फसलें ही एमएसपी पर खरीद कर रही हैं, जिससे किसानों को करीब 4 लाख करोड़ रुपये प्रतिवर्ष नुकसान हो रहा है। अगर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट अनुसार पूरे देश में सभी फसलों का एमएसपी दे दिया जाए।