रेवाड़ी, 6 नवंबर (हप्र)
एम्स संघर्ष समिति द्वारा गांव माजरा में एम्स का निर्माण कराने की मांग को लेकर कस्बा कुंड स्थित उप तहसील परिसर में आयोजित धरने पर सोमवार को महिला महापंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें जिला से भारी संख्या में महिलाओं ने हिस्सा लिया। उन्होंने माइक संभाला और एम्स बनने में हो रहे विलंब को लेकर सरकार के प्रति रोष प्रकट किया। उन्होंने सरकार को लेट लतीफी के लिए भी गीतों के माध्यम से कोसा। उन्होंने ‘वोट बटोरने वालों हो जाओ सावधान-अब महिलाएं आ रही हैं’ गीत गाकर सरकार के कान खड़े कर दिए। एम्स के लिए आंदोलन के इतिहास में महिलाओं की यह पहली पंचायत थी। पंचायत में महिलाओं की एक सक्रिय मंडली का भी गठन किया गया। जिसमें शकुंतला, प्रेमवती, संतोष, सावित्री, मुन्नी, कमला, आशा, सरला, कौशल्या, सरला टिकानिया, मिश्री देवी, पुष्पा, उर्मिला, इंदिरा, पुष्पा, किरण देवी, रेशम देवी, चंद्रो देवी शामिल हैं। सोमवार को कांग्रेस विधायक चिरंजीव राव भी आंदोलनकारियों को समर्थन देने धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार एम्स निर्माण में देरी कर क्षेत्र की जनता के साथ छलावा कर रही है। सरकार एम्स के शिलान्यास के माध्यम से वोट बटोरना चाहती है। 2024 के चुनावों में वोट के चलते इसके शिलान्यास में देरी कर रही है। लेकिन जनता अब जाग चुकी है और सरकार की नीतियों को जान चुकी है।
उन्होंने कहा कि यदि प्रधानमंत्री की घोषणा के साथ ही शिलान्यास हो गया होता तो अब तक एम्स बनकर तैयार हो चुका होता। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह को चुनाव नजदीक ही इलाका और जनता की याद आती है, वे क्षेत्र के पिछड़ेपन का मुख्य कारण हैं। संघर्ष समिति के प्रधान श्योताज सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष कैलाश चंद, प्रवक्ता कामरेड राजेंद्र सिंह ने सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को पूरे इलाके में बाइक रैली आयोजित की जाएगी और 10 दिसंबर को महापंचायत आयोजित कर बड़े निर्णायक फैसले लिए जाएंगे।
इस मौके पर कर्नल राजेंद्र, लक्ष्मण, धर्मवीर बल्डोदिया, आचार्य नैष्टिक, बीडी यादव, कुलदीप सिंह, भारत, नरेंद्र सिंह, कृष्ण, डा. एचडी यादव, ओमप्रकाश सैन, देशराज, राजकुमार, महबीर, अमर सिंह राजपुरा, भूपसिंह आर्य, मूलचंद आर्य, पवन, रामकुमार निमोठ, सांवलराम आदि शामिल थे। संचालन कमलेश देवी ने किया।