नारनौल, 24 मार्च (हप्र)
विश्व क्षयरोग दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा राजकिय महिला महाविद्यालय में कार्यक्रम का आयेजन किया गया। इस अवसर पर ड्रॉइंग प्रतियोगिता भी हुयी। छात्राओं को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि दो सप्ताह से अधिक खांसी से टीबी हो सकती है। इसलिए दो सप्ताह से अधिक खांसी होने पर टीबी की जांच करवानी चाहिए। भारत ने 2025 तक टीबी समाप्त करने की घोषणा की हैं। उन्होंने बताया कि सभी सरकारी -गैर सरकारी डॉक्टरों को टीबी के मरीज की सूचना टीबी नोडल अधिकारी को देना अनिवार्य है। इसके उल्लंघन पर जुर्माना व कारावास भी हो सकता है। उप सिविल सर्जन डॉ. हर्ष चौहान ने बताया कि विश्व में सबसे अधिक टीबी के मरीज भारत में हैं। पूरे विश्व में टीबी मरीजों में से लगभग 22 प्रतिशत टीबी मरीज भारत में है। हर दो मिनट मे एक टीबी मरीज की मौत हो जाती है। हर रोज 5000 टीबी के नए मरीज बनते हैं।