कनीना, 19 अक्तूबर (निस)
विश्व शांति एंव जनकल्याण के लिए योगी ज्योतीनाथ हठयोग के तहत खंडेश्वरी तपस्या में 7 अक्टूबर से लगे हुए हैं। वे दिन-रात खड़े रहते हैं। पिछले चौदह दिनों से जारी कठोर तपस्या के चलते अब उनके पैरों में सुजन आ गई है। वे गांव करीरा में माता के जागरण व मां दुर्गा की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में में आर्शीवाद देने के लिए आए थे। यहां उन्होंनेेे सभी कार्य खड़े-खड़े ही संपन्न किए।
उन्होंने बताया कि उनकी अपने गुरु के आर्शीवाद से कठोर साधना नवरात्र में आरंभ हुई थी, जो अनिश्चितकाल के लिए जारी है। उन्होंने कहा कि साधु बनना आसान और साधु का जीवन जीना अत्यंत कठीन होता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में मानव ने अनेक प्रकार से तरक्की तो कर ली है परन्तु उसकी मानसिक शांति गायब हो गई है। जिससे कारण मानव में चिड़चिड़ापन आ गया है और सहन शक्ति बहुत कम हो गई तथा बात-बात पर गुस्सा बढ़ने लगा है। जिससे लड़ाई-झगड़ा, लूटपाट, हत्या जैसे संगीन मामलों में बढोतरी हुई है, जो सभ्य समाज के लिए एक गंभीर खतरा है। मानव को इस और गंभीरता से ध्यान देना होगा अन्यथा नतीजे बहुत
गंभीर होगें।
वे खंडेश्वरी साधना अपने ढण्ड वाला आश्रम गांव धामलावास में कर रहे है। जहां श्मशान भूमि के साथ ये सुन्दर आश्रम बनाया हुआ है। यहां पर रोजाना हजारों की संख्या में श्रृद्धालु उनके दर्शन करते है।