उचाना/जींद, 8 फरवरी (हप्र)
काकड़ोद गांव के रामनिवास के खिलाफ उचाना थाना आई शिकायत पर पहुंचे ग्रामीणों के साथ आए युवकों द्वारा थाना परिसर की वीडियो बनाने पर मना किये जाने पर उन्होंने जांच अधिकारी एसआई राममेहर पर हमला बोल दिया। राममेहर की शिकायत पर थाना पुलिस ने तीन आरोपियों को नामजद करते हुए कई अन्य के खिलाफ जान के मारने का प्रयास, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, एससीएसटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एसआई राममेहर ने बताया कि 27 जनवरी को ऑनलाइन शिकायत आई थी, जो विजय सिंह ब्रांच मैनेजर काकड़ोद पीएनबी बैंक द्वारा अजय व रामनिवास के खिलाफ दी हुई थी। 5 फरवरी को दोनों पक्षों को पुलिस थाना में बुलाया था। रामनिवास काफी लोगों के साथ पुलिस थाना पहुंचा था। थाना में काफी हो-हल्ला करते हुए अशब्दों का प्रयोग किया था। वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर वायरल की थी।
उन्होंने बताया कि 8 फरवरी को फिर दोनों पक्षों को पुलिस थाना जांच के लिए बुलाया था। विजय के शादी में होने के चलते थाना में न आने पर मजबूरी जाहिर की तो रामनिवास 20 से 25 ग्रामीणों के साथ थाना पहुंचा। इस दौरान ग्रामीणों के साथ आए दो युवक अपने मोबाइलों से वीडियो बना रहे थे। सभी को समझाकर मित्र कक्ष में बैठाया गया। यहां पर भी दोनों युवक वीडियो बनाते रहे। जब मामले को लेकर उनको समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने एक न सुनी। शोर-शराब सुनकर एएसआई दिलबाग सिंह, मुख्य सिपाही विनोद कुमार, संदीप कुमार पहुंचे। दोनों युवकों को जब बैठने के लिए कहा तो दोनों युवक वीडियो बनाने पर अड़ गए। जांच अधिकारी ने आरोप लगाया कि उनका गला दबा कर जान से मारने की कोशिश की गई। उनकी उंगली पर चोट मारने के साथ-साथ जो शिकायत थी, उसको फाड़ दिया। उनके सिर पर डंडा मारने के साथ-साथ उनकी वर्दी को भी फाड़ दिया। जातिसूचक शब्द भी इन लोगों ने बोले।