धर्मशाला, 17 नवंबर (निस)
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज कांगड़ा जिला के जसवां-परागपुर विधानसभा क्षेत्र में 56 करोड़ रुपये की विभिन्न योजनाओं के शिलान्यास एवं उद्घाटन किये। उन्होंने 1.04 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित डाडा-सिब्बा स्वास्थ्य संस्थान, दुर्गैण से भौली, सियूल से डुक्की तथा काहनपुर, नगोह, करांत सड़कों के स्तरोन्नयन, गुम्मी और कोटला खड्ड पर पुल निर्माण, जसवां तहसील के अंतर्गत घमरू, बरनैल, बोहला गांवों के लिए पृथक उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना और रिढ़ी कुठेड़ा उठाऊ सिंचाई योजना का लोकार्पण किया। जय राम ठाकुर ने डाडा-सिब्बा में संयुक्त कार्यालय भवन का शिलान्यास किया, जिसका निर्माण 5.24 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। उन्होंने डाडा-सिब्बा में 6.86 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 50 बिस्तरों की क्षमतायुक्त अस्पताल भवन, कोटला बैहड़ में 4.23 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले वेटरेनरी पाॅलिक्लीनिक भवन, रक्कड़ में 19.48 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले फार्मेसी काॅलेज का भी शिलान्यास किया। इस अवसर पर कोटला बैहड़ में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना जैसी विकट परिस्थिति में देश और प्रदेश के लोग प्रधानमंत्री के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं।
केन्द्रीय विश्वविद्यालय ड्रीम प्रोजेक्ट : अनुराग ठाकुर
हमीरपुर (निस) : केन्द्रीय राज्य वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के जसवां-परागपुर में जनसभा को सम्बोधित करते हुए हिमाचल में सैंट्रल यूनिवर्सिटी निर्माण में देरी को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सामने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि बड़े खेद की बात है कि अभी तक सीयू का निर्माण कार्य नहीं हो सका। इस देरी के कारण छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार, प्रशासन सहित केन्द्रीय विश्वविद्यालय के अधिकारियों को एक बार जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा केंद्रीय विश्वविद्यालय उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है। उन्होंने इसके लिए लड़ाई लड़ी है और इसे स्थापित करने का प्रयास जारी हैं। सैंट्रल यूनिवर्सिटी के निर्माण कार्य में विलंब होना एक चिंता का विषय है। सीयू को 280 करोड़ का बजट मिलता है लेकिन उन्होंने 500 करोड़ के करीब धनराशि उपलब्ध करवा दी है। अब स्थानीय स्तर पर प्रशासन व सीयू अधिकारियों की जिम्मेदारी है।